Agra News : जिला अस्पताल जा रहे हैं तो हो जाएं सावधान, लुटेरे बंदर कर सकते हैं हमला...

UPT | जिला अस्पताल में महिला पर बंदर ने किया हमला।

Jul 09, 2024 17:02

अगर आप जिला अस्पताल इलाज के लिए जा रहे हैं तो सावधान हो जाएं। यहां के लुटेरे बंदर कहीं आपको अपना शिकार न बना लें। जिला अस्पताल में इस समय खूंखार बंदरों की फौज तैनात है। जिला अस्पताल प्रशासन...

Agra News : अगर आप जिला अस्पताल इलाज के लिए जा रहे हैं तो सावधान हो जाएं। यहां के लुटेरे बंदर कहीं आपको अपना शिकार न बना लें। जिला अस्पताल में इस समय खूंखार बंदरों की फौज तैनात है। जिला अस्पताल प्रशासन ने इन्हें तैनात नहीं किया है, बल्कि वे खुद तैनात हो गए हैं। जिला अस्पताल में तैनात ये खूंखार बंदर आपके हाथ में किसी तरह का सामान देखकर घेर लेंगे और फिर आप पर हमला बोल देंगे। यह हमला भी उस समय तक जारी रखते हैं, जब तक आपके हाथ में मौजूद सामान को छीन ना लें। ऐसा ही एक वीडियो तेजी के साथ वॉयरल हो रहा है। 

महिला पर बंदरों ने किया हमला
जिला अस्पताल में मरीज ओपीडी में चिकित्सकों को दिखाकर दवाई लेने के लिए 22 नंबर रूम पर पहुंच रहे थे। यहां पर बंदरों की फौज पहले से ही तैनात थी। मरीज के हाथ में पर्चा या फिर अन्य सामान देखकर बंदरों की इस खूंखार टीम ने मरीज को घेर लिया और फिर उस पर झपट्टा मारना शुरू कर दिया। एक महिला को इन खूंखार बंदरों ने अपना शिकार बनाया। महिला बंदरों से अपनी जान बचाती हुई भागती हुई नजर आई। महिला इतनी भयभीत हो गई कि वह बुरी तरह चीखने चिल्लाने लगी। महिला की चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर अस्पताल के कर्मचारी डंडा लेकर दौड़े और महिला मरीज को बचाया। इतना ही नहीं, बंदरों की फौज महिला को बचाने वाले युवक के पीछे पड़ गई, लेकिन डंडे से इस खूंखार फौज को खदेड़ा गया, तब जाकर वहां से गुजरने वाले मरीज और उनके तीमारदारों की जान बची।

बमुश्किल बची महिला की जान
महिला का कहना था कि वह इलाज करने के लिए जिला अस्पताल आई थी। चिकित्सक को दिखाने के बाद 22 नंबर से दवा लेने आई थी। तभी खूंखार बंदर उसके पीछे पड़ गए। इन खूंखार बंदरों से बमुश्किल उसकी जान बची।

नगर निगम नहीं कर रहा कार्रवाई
इस मामले में डिप्टी सीएमएस सीपी वर्मा का कहना है कि अस्पताल में बंदरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बंदरों के आतंक से मरीज और उसके तीमारदार परेशान हैं। कई मरीज और तीमारदारों ने बंदरों के काटने की शिकायतें की हैं। इसको लेकर जिला अस्पताल प्रशासन की ओर से नगर निगम को पत्र लिखा गया है। लेकिन, उस पत्र पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। क्षेत्रीय पार्षद को भी इससे अवगत कराया गया है। उम्मीद है कि खूंखार बंदरों से जिला अस्पताल प्रशासन को जल्द ही निजात मिल जाएगी।

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