Agra News : एसएन मेडिकल कॉलेज ने एक और जटिल सर्जरी से बचाई जिंदगी, 4 घंटों तक चला ऑपरेशन 

UPT | SN Medical College

Dec 18, 2024 23:42

जिससे फेफड़ों में खून भर गया और उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई। वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करते हुए उनका ऑक्सीजन स्तर लगातार गिरता जा रहा था। एसएन मेडिकल कॉलेज के कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जन डॉ.सुशील सिंघल और उनकी विशेषज्ञ टीम ने बिना समय गंवाए आपातकालीन सर्जरी का निर्णय लिया।

Agra News : केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है। एसएन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों द्वारा जटिल एवं गंभीर ऑपरेशन किए जा रहे हैं। जो कि आगरा एवं आसपास के जनपदों के मरीजों के बहुत बड़ी राहत देते हुए दिखाई दे रहा है। इसी क्रम में बुधवार को फिरोजाबाद निवासी 55 वर्षीय नरेंद्र पाल सिंह सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी छाती पर ऑटो गिरने से सभी बाईं पसलियां कई जगह से टूट गईं (Flail Chest) और टूटी हुई हड्डियों के टुकड़े फेफड़ों में घुस गए थे। 

चार घंटे चली सर्जरी 
जिससे फेफड़ों में खून भर गया और उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई। वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करते हुए उनका ऑक्सीजन स्तर लगातार गिरता जा रहा था। एसएन मेडिकल कॉलेज के कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जन डॉ.सुशील सिंघल और उनकी विशेषज्ञ टीम ने बिना समय गंवाए आपातकालीन सर्जरी का निर्णय लिया। इस जटिल 4 घंटे की सर्जरी में मरीज के फेफड़ों की मरम्मत (Lung Repair) की गई और सभी टूटी हुई पसलियों की प्लेटिंग (Artificial Ribs Fixation) कर मरीज को नई जिंदगी दी गई।

14 दिनों की गहन देखभाल के बाद पूरी तरह स्वस्थ
कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ.सुशील सिंघल ने बताया कि सर्जरी के बाद मरीज को एक दिन आईसीयू में निगरानी में रखा गया और 14 दिनों की गहन देखभाल के बाद पूरी तरह स्वस्थ होकर डिस्चार्ज कर दिया गया। बुधवार को नरेंद्र पूरी तरह खतरे से बाहर हैं और सामान्य जीवन की ओर बढ़ रहे हैं। यह जटिल सर्जरी उत्तर भारत में बहुत कम देखी जाती है, क्योंकि विशेषज्ञता और जागरूकता की कमी के कारण कई मरीज समय पर सही इलाज नहीं करा पाते और अपनी जान गंवा देते हैं।

डाक्टरों की यह टीम रही मौजूद
इस जटिल सर्जरी को करने वाली टीम में एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉ.सुशील सिंघल (कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जन), डॉ.यशवर्धन, डॉ.आकाश, डॉ.ज़फर शामिल रहे। वहीं एनेस्थीसिया टीम में डॉ.अर्चना, डॉ.अतीहर्ष (क्रिटिकल केयर), डॉ.कृष्णा, डॉ.श्रेयस की उपस्थित महत्वपूर्ण रही। इनके अलावा मोनू, सचिन इस पूरी सर्जरी में सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ.प्रशांत लवानिया का बड़ा सहयोग रहा। कॉलेज के प्रिंसिपल एवं डीन डॉ.प्रशांत गुप्ता ने कहा कि जटिल सर्जरी अब आगरा में सफलता के साथ की जा रही है, जिससे आगरा और आसपास के लोगों को दिल्ली या जयपुर जाने की जरूरत नहीं पड़ती। 

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