एक राजनीतिक दल ने अमीन की ऐसी ज़िंदगी बदली कि वह हर साल चुनाव में तो उतरते हैं लेकिन जीतने के लिए नहीं बल्कि हारने के लिए, जी हाँ। आगरा में एक ऐसा भी प्रत्याशी है जो इस बार 100 वां चुनाव लड़ने जा रहा है। लेकिन जीतने का लक्ष्य लेकर नहीं बल्कि हारने के लिए मैदान में उतर रहा...