श्रवण कुमार की याद दिलाता भावुक दृश्य : बेटे ने अपने माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर गंगा नदी में स्नान कराया

UPT | अपने माता-पिता को गंगा स्थान के लिए ले जाता पुत्र।

Aug 14, 2024 17:33

श्रावण मास पर उत्तर प्रदेश भर में कावड़ यात्रा की धूम मची हुई है। इसी बीच कासगंज के तीर्थ नगरी सोरों जी में एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने त्रेता युग के श्रवण कुमार की यादें ताजा कर दीं।

Kasganj News : श्रावण मास के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश भर में कावड़ यात्रा की धूम मची हुई है,जिसमें लोग अपने-अपने अंदाज में कावड़ लेकर तीर्थयात्रा कर रहे हैं। इसी बीच,कासगंज के तीर्थ नगरी सोरों जी में एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने त्रेता युग के श्रवण कुमार की यादें ताजा कर दीं। कलयुग में भी एक पुत्र ने अपने माता-पिता की इच्छा पूरी करने के लिए उन्हें कावड़ में बैठाकर गंगा स्नान कराया।

पैरालिसिस के कारण चलने-फिरने में असमर्थ थे 
यह भावुक घटना कासगंज के सोरों जी में हुई, जहां हाथरस जिले के सैंपऊ निवासी बुजुर्ग पाती राम, जो पैरालिसिस के कारण चलने-फिरने में असमर्थ थे,ने गंगा स्नान की इच्छा जाहिर की। उनके पुत्र और नातियों ने इस इच्छा को पूरा करने का संकल्प लिया और उनके लिए एक अनोखी कावड़ यात्रा की योजना बनाई। उन्होंने अपने बुजुर्ग माता-पिता और दादा-दादी को कावड़ में बैठाकर कछला गंगा घाट पर पहुंचाया,जहां उन्हें गंगा स्नान कराया।

चर्चा का विषय बना  
इस दृश्य ने जिले भर में चर्चा का विषय बना दिया है। लोग इस घटना की तुलना त्रेता युग के श्रवण कुमार से कर रहे हैं, जिन्होंने अपने अंधे माता-पिता को कंधे पर बैठाकर चारों धाम की यात्रा कराई थी। आज के समय में भी,इस प्रकार की भक्ति और समर्पण को देखकर लोगों का दिल भर आया है। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि समय चाहे जो भी हो,सच्ची भक्ति और समर्पण की भावना कभी नहीं बदलती। बुजुर्ग पाती राम जी और उनकी पत्नी के गंगा स्नान के बाद,उनके पुत्र और नातियों ने उन्हें कावड़ में बैठाकर वापस अपने गंतव्य की ओर रवाना किया। इस भावनात्मक दृश्य ने सभी को यह संदेश दिया कि सच्ची सेवा और भक्ति आज भी जीवित है और जो श्रवण कुमार ने अपने समय में किया था, वहीं आज भी कुछ लोग अपने माता-पिता के लिए कर रहे हैं।

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