अलीगढ़ में मानवता शर्मसार : जहरखुरानी का शिकार यात्री को बस चालक-परिचालक ने झाड़ियों में फेंका

UPT | अलीगढ़ में मानवता शर्मसार

Aug 10, 2024 23:24

सुबह के समय आनंद विहार, दिल्ली से मैनपुरी जा रही नोएडा डिपो की रोडवेज बस में एक अत्यंत शर्मनाक घटना घटी, जिसने मानवता को झकझोर कर रख दिया।

Aligarh News : 10 अगस्त 2024 को सुबह के समय आनंद विहार, दिल्ली से मैनपुरी जा रही नोएडा डिपो की रोडवेज बस में एक अत्यंत शर्मनाक घटना घटी, जिसने मानवता को झकझोर कर रख दिया। बस के चालक और परिचालक की अमानवीय हरकत ने इस घटना को और भी कुख्यात बना दिया। अलीगढ़ के छर्रा निवासी चंद्रकेश नामक यात्री जहरखुरानी का शिकार हो गया था, और चालक-परिचालक ने उसे बस से बाहर फेंक दिया, जिससे यह मामला व्यापक चर्चा का विषय बन गया।

बस में मिला जहरखुरानी का शिकार
बस संख्या यूपी 78 एफ-एन 7034 शनिवार तड़के चार बजे लोधा क्षेत्र में पहुंची। यहाँ पर बस के परिचालक कमलेश कुमार ने बस में सवार यात्रियों की संख्या की गिनती की। इस गिनती के दौरान उन्हें एक यात्री अधिक मिला, जिसकी पहचान करते समय यह पता चला कि वह यात्री बेहोशी की हालत में था। यह यात्री चंद्रकेश था, जो जहरखुरानी का शिकार हो गया था।



चालक-परिचालक ने झाड़ियों में फेंका पीड़ित
चंद्रकेश की स्थिति को देखकर परिचालक और चालक ने बस को खेरेश्वर चौराहा और रोरावर क्षेत्र के मध्य रोक दिया। इसके बाद, उन्होंने चंद्रकेश को बस से बाहर उतारा और झाड़ियों में फेंक दिया। यह न केवल अमानवीय था, बल्कि यात्री की जान को भी खतरे में डालने जैसा था। 

चालक-परिचालक गिरफ्तार
कुछ ही समय में इलाका पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। पुलिस ने चालक सुनील कुमार और परिचालक कमलेश कुमार को हिरासत में ले लिया। पुलिस और रोडवेज स्टॉफ के बीच इस मामले को लेकर नोकझोंक हुई। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद, चंद्रकेश को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजा गया। रोरावर थाने के प्रभारी निरीक्षक ने पुष्टि की कि युवक की जेब से मिले आधार कार्ड के आधार पर उसकी पहचान चंद्रकेश पुत्र कुमार सहाय, गांव नगला बदन, छर्रा, अलीगढ़ के रूप में की गई है।

दस्तावेजों के आधार पर पहचाना
अस्पताल में चंद्रकेश की हालत गंभीर थी और देर शाम तक उसे होश नहीं आया। उसके परिजनों को उसके दस्तावेजों के आधार पर सूचित कर दिया गया। यह पूरी स्थिति इस बात को दर्शाती है कि बस चालक और परिचालक की हरकत ने न केवल चंद्रकेश की जान को खतरे में डाला, बल्कि मानवता के मूलभूत मानकों को भी ताक पर रख दिया।

पुलिस ने क्या बताया
इस घटना के बाद, नोएडा डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक सत्येंद्र वर्मा ने घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि चालक और परिचालक को यात्री की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए था। झाड़ियों में फेंकना न केवल अमानवीय है, बल्कि यह यात्री के जीवन के प्रति उनकी लापरवाही को भी दर्शाता है। उन्होंने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए नोएडा डिपो के अधिकारियों को पत्र भेजने की बात की है, ताकि चालक और परिचालक के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके।

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