भारी बारिश से फसल बर्बाद: किसान की सदमे से मौत, नहर कटने से खेतों में भरा पानी, मिर्च और बाजरा की खेती को भारी नुकसान

UPT | खेतों में भरा बारिश का पानी।

Sep 21, 2024 20:47

एटा जिले में भारी बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान से सदमे में एक किसान की मौत हो गई। यह घटना थाना सकरौली क्षेत्र के गांव गहला की है।

Etah News : एटा जिले में भारी बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान से सदमे में एक किसान की मौत हो गई। यह घटना थाना सकरौली क्षेत्र के गांव गहला की है, जहां 52 वर्षीय किसान बलबीर सिंह की अपनी बर्बाद फसल देखने के बाद दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। इस घटना से उनके परिवार में कोहराम मच गया है, और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
है। 

फसल बर्बाद होने से किसान को लगा गहरा सदमा
बलबीर सिंह सुबह अपने खेत पर गए थे, जहां उन्होंने देखा कि लगातार हो रही भारी बारिश के कारण रजबाह कटने से उनके खेतों में पानी भर गया था। इस जलभराव के कारण उनकी मिर्च और बाजरा की पूरी फसल बर्बाद हो गई थी। अपनी मेहनत और फसल को इस हालत में देखकर बलबीर सिंह की तबीयत बिगड़ गई, और उन्हें अचानक हार्ट अटैक आ गया। परिजन तुरंत उन्हें
अस्पताल ले जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई।

परिवार में शोक और प्रशासन की जांच 
किसान की मौत की खबर से परिवार में गहरा शोक फैल गया है। घटना की सूचना मिलने पर राजस्व विभाग की टीम गांव पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच के दौरान यह स्पष्ट किया जा रहा है कि किसान की मौत का मुख्य कारण फसल बर्बादी और भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति थी।

भारतीय किसान यूनियन की सहायता की मांग
मृतक किसान के परिवार को सहायता दिलाने की मांग करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन ठाकुर ने प्रशासन से अपील की है कि परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे हालात में किसानों की मदद के लिए कदम उठाने चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।

इस घटना ने एक बार फिर किसानों की स्थिति और उनके सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर किया है। प्राकृतिक आपदाओं से फसल बर्बादी के कारण किसान मानसिक और आर्थिक दोनों ही स्तर पर गंभीर संकट का सामना करते हैं। ऐसे में सरकार और प्रशासन की ओर से सहायता और राहत की जरूरत है।  

Also Read