एटा में किसान की हत्या का मामला : पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, जानें कैसे खुला रंजिश का राज...

UPT | एटा पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया

Sep 24, 2024 17:04

घटना एटा जिले के मलावन थाना क्षेत्र के गांव बहादुरपुर की है, जहां पर महेश उम्र करीब 58 साल की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और उसके शव को खेत में फेंक दिया गया। इस मामले में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए....

Etah News : एटा जिले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जहां पुलिस ने 05 दिन पहले हुई वृद्ध किसान की हत्या का सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने 02 आरोपियों को गिरफ्तार कर मृतक के कपड़े और जूते बरामद कर लिए हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने वृद्ध किसान की हत्या सिर्फ इसलिए की क्योंकि मृतक किसान आरोपियों को आए दिन जाति सूचक गालियां देता था। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है और आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।

पीट-पीटकर की गई थी हत्या 
आपको बता दें कि यह पूरी घटना एटा जिले के मलावन थाना क्षेत्र के गांव बहादुरपुर की है, जहां पर महेश उम्र करीब 58 साल की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और उसके शव को नग्नावस्था में धान के खेत में फेंक दिया गया। इस मामले में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए प्राप्त तहरीर के आधार पर नामजद आरोपी मदनलाल पुत्र कायम सिंह, गुल्लन पुत्र रामवीर तथा दीपू पुत्र चन्द्रपाल निवासीगण गांव अकबरपुर के खिलाफ धारा 103(1) भादंसं के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। 


विवेचना के दौरान की गई जांच व साक्ष्य आदि के आधार पर अभियुक्तगण मदनलाल, दीपू जो उसी गांव के निवासी थे, का नाम गलत पाया गया तथा एक अन्य अभियुक्त अजीत सिंह जो उसी गांव का निवासी था, का नाम प्रकाश में आया। मंगलवार को नामजद गुल्लन व प्रकाश में आये अभियुक्त अजीत को थाना मलावन पुलिस द्वारा मधुपुरा हाईवे के पास से समय करीब 10.40 बजे गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में सनसनीखेज मामला सामने आया
पुलिस के अनुसार पूछताछ में सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया। आरोपियों ने बताया कि मृतक महेश यादव उर्फ ​​दरोगा जी आए दिन जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर उन्हें अपमानित करते थे। इसी बात पर 19 सितंबर की रात करीब 10 बजे गुस्से में आकर आरोपी गुल्लन और अजीत ने महेश यादव की पिटाई कर दी, जिससे महेश की मौके पर ही मौत हो गई। 

मृतक के जूते गांव के बाहर बने मंदिर के पास फेंके
अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार सिंह ने बताया कि पुलिस और लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से आरोपियों ने मृतक के कपड़े उतार दिए और उसके शव को नग्न अवस्था में वहीं छोड़ दिया। मृतक के जूते गांव के बाहर बने मंदिर के पास फेंक दिए, जो आरोपियों की पहचान पर बरामद कर लिए गए हैं।

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