Hathras News : कुछ राजनीतिक दलों के संपर्क में था हाथरस हादसे का मुख्य आरोपी, पुलिस की पूछताछ में हुआ खुलासा

UPT | पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।

Jul 06, 2024 21:25

अभियुक्त देव प्रकाश मधुकर इस संगठन में काफी दिनों से जुड़े होने के कारण संगठन का फंड रेजर बन गया था और संगठन को संचालित करने तथा सत्संग इत्यादि कराने के लिए पैसे इकट्ठा कर रहा था।

Short Highlights
  • राजनीतिक पार्टियों ने अभियुक्त देवप्रकाश मधुकर से किया था संपर्क
  • फंड इकट्ठा करने के संबंध में गहराई से जांच कर रही पुलिस, राजनीतिक दलों द्वारा कार्यक्रमों की फंडिंग की भी हो रही पड़ताल
  • मधुकर से जुडे़ समस्त बैंक खाते, चल-अचल संपत्ति, मनी ट्रेल की हो रही जांच, अन्य एजेंसियों से भी लिया जाएगा सहयोग
Hathras/Lucknow News : हाथरस जिले के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के ग्राम फुलरई मुगलगढ़ी में भोले बाबा उर्फ सूरज पाल के सत्संग के समापन के दौरान मची भगदड़ के दौरान 121 लोगों की मौत हो गई थी। इसी घटना में फरार मुख्य आयोजक एक लाख का इनामी मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर व अन्य दो अभियुक्त रामप्रकाश शाक्य व संजू यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस तरह अब तक हाथरस पुलिस ने कुल 9 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। हाथरस पुलिस के अनुसार अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला है कि इनसे विगत कुछ समय पूर्व कुछ राजनीतिक पार्टियों द्वारा संपर्क किया गया था। ऐसे में फंड एकत्र करने के संबंध में गहराई से जांच की जा रही है कि कहीं इस तरह के कार्यक्रम तथा अन्य संसाधन किसी राजनीतिक पार्टी से पोषित तो नहीं है। 

मनी ट्रेल की हो रही जांच
हाथरस के एसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि देव प्रकाश मधुकर को हाथरस की जनपदीय एसओजी द्वारा शुक्रवार को देर शाम नजफगढ़ (दिल्ली) से गिरफ्तार किया गया था, जबकि सिकंदराराऊ पुलिस द्वारा शनिवार को अभियुक्त रामप्रकाश शाक्य को कैलोरा चौराहा से तथा अभियुक्त संजू यादव को गोपालपुर कचौरी, सिकंदराराऊ से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियुक्त देव प्रकाश मधुकर इस संगठन में काफी दिनों से जुड़े होने के कारण संगठन का फंड रेजर बन गया था और संगठन को संचालित करने तथा सत्संग इत्यादि कराने के लिए पैसे इकट्ठा कर रहा था। अब तक की पूछताछ से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कोई राजनीतिक दल अपने राजनीतिक व निजी स्वार्थ्य के लिए इनसे जुड़े हैं। अभियुक्त देव प्रकाश मधुकर से जुडे़ हुए समस्त बैंक खाते, चल-अचल संपत्ति, मनी ट्रेल इत्यादि की जांच की जा रही है, इसमें आवश्यकतानुसार अन्य एजेंसियों से भी सहयोग लिया जाएगा।

जानबूझकर भीड़ के बीच से निकाली गई प्रवचनकर्ता की गाड़ी
हाथरस पुलिस के अनुसार, पूछताछ में यह भी प्रकाश में आया है कि इनके और इनके सेवादरों द्वारा प्रवचनकर्ता की गाड़ी को भीड़ के बीच से निकाला गया, जबकि इनको इस तथ्य की जानकारी थी कि भीड़ से गाड़ी निकालने के समय चरणरज के लिए भगदड़ मचने से भयानक दुर्घटना हो सकती थी। इसके अतिरिक्त इस तथ्य की भी गहराई से जांच की जा रही है कि यह घटना आयोजक सेवादारों द्वारा किसी के कहने या दुष्प्रेरित करने से तो नहीं कराई गई है। पुलिस के अनुसार, आवश्यकतानुसार गिरफ्तार सेवादार, आयोजकों को पुलिस कस्टडी रिमांड में लेकर पूछताछ की जाएगी।

भीड़ को संभालने का प्रयास नहीं किया गया 
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ पर अभियुक्त देवप्रकाश मधुकर ने बताया कि वह एटा में वर्ष 2010 से मनरेगा में जूनियर इंजीनियर के पद पर संविदा पर कार्यरत है। वह इस संगठन से वर्षों से जुड़ा है और इस संगठन के कार्यक्रम आयोजित कराना तथा संगठन के लिए फंड एकत्र करने का काम करता है। वह 2 जुलाई को ग्राम फुलरई में आयोजित सत्संग के कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था तथा इस कार्यक्रम की अनुमति उसी के द्वारा ली गई थी। अभियुक्त देव प्रकाश एवं अन्य सेवादारों के द्वारा पुलिस प्रशासन को कार्यक्रम स्थल के अंदर किसी भी तरह के हस्तक्षेप से रोका गया। कार्यक्रम स्थल पर किसी भी व्यक्ति को वीडियोग्राफी अथवा फोटोग्राफी करने से रोका जाता था। प्रशासन द्वारा निर्गत अनुमति पत्र में वर्णित अनेक शर्तों का उल्लंघन करते हुए यातायात व्यवस्था इत्यादि को प्रभावित किया गया। पूछताछ से यह भी स्पष्ट हुआ है कि इनके द्वारा भीड़ को संभालने का कोई प्रयास नहीं किया गया तथा सभी मौके से फरार हो गए। 

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