Jul 06, 2024 09:39
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भोले बाबा उर्फ नारायण साकार विश्व हरि ने पहली बार जनता के सामने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा कि वे इस घटना से अत्यंत दुखी हैं। बाबा ने आश्वास...
Short Highlights
- सूरजपाल उर्फ भोले बाबा हाथरस की घटना के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए
- सूरजपाल ने घटना भगदड़ की घटना को साजिश बताया
Aligarh News : हाथरस में हुई दुखद घटना के बाद, सूरजपाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार विश्व हरि पहली बार मीडिया के सामने आए। उन्होंने गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा कि वे 2 जुलाई की घटना से बहुत दुखी हैं। बाबा ने आश्वासन दिया कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और जो भी इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने लोगों से प्रशासन पर विश्वास बनाए रखने का आग्रह किया।
भगदड़ को बताया साजिश
इस दौरान बाबा सूरजपाल ने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहें और जीवन भर उनकी मदद करें। वे उन्हें जीवन भर आशीर्वाद देने का वायदा करते हैं। सूरजपाल ने भगदड़ को साजिश बताया और मामले में गहराई से जांच करने की मांग की।
बसपा सुप्रीमो ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
वहीं हाथरस के सत्संग भगदड़ मामले में बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। बीएसपी चीफ ने इसे लेकर अपने एक्स हैण्डल पर कई पोस्ट किए हैं। उन्होंने कहा, हाथरस काण्ड में, बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे अन्य बाबाओं के विरुद्ध भी कार्रवाई होनी जरूरी है। इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गंवानी पड़े।
1. देश में गरीबाों, दलितों व पीड़ितों आदि को अपनी गरीबी व अन्य सभी दुःखों को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे अनेकों और बाबाओं के अन्धविश्वास व पाखण्डवाद के बहकावे में आकर अपने दुःख व पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए, यही सलाह। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) July 6, 2024
मुख्य आरोपी गिरफ्तार
हाथरस मामले के मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर ने दिल्ली में आत्मसमर्पण कर दिया है। जिसे रात दस बजे यूपी पुलिस के विशेष जांच दल को सौंप दिया गया है। वकील एपी सिंह ने बताया कि मधुकर ने इलाज के दौरान सत्संग की अनुमति ली थी और वह उसका मुख्य आयोजनकर्ता भी था।
आयोजकों पर गलत जानकारी देने का आरोप
बता दें कि 'भोले बाबा' के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई। इस घटना के बाद मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। आयोजकों पर आरोप है कि उन्होंने प्रशासन को गलत जानकारी दी। उन्होंने बताया था कि केवल 80 हजार लोग आएंगे, जबकि वहां ढाई लाख से ज्यादा लोग पहुंच गए। भोले बाबा के जाने के बाद अनुयायियों ने उनकी गाड़ी के मार्ग से धूल समेटना शुरू कर दिया, जिससे भीड़ बढ़ गई। सेवादारों ने भीड़ को जबरन रोकने की कोशिश की, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
पुलिस मामले की कर रही जांच
वहीं शिकायत में कहा गया कि आयोजकों और सेवादारों ने घायलों की मदद नहीं की। उन पर यातायात नियंत्रण संबंधी अनुमति की शर्तों का पालन न करने और साक्ष्य मिटाने का भी आरोप है। पुलिस ने देवप्रकाश मधुकर और अन्य सेवादारों को आरोपी बनाया है। फिलहाल, हाथरस पुलिस अब मामले में गहराई से जांच कर रही है और न्यायिक कार्यवाही को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है।