अलीगढट लोक सभा सीट से सपा ने जाट प्रत्याशी को उम्मीदवार बनाया है।
Short Highlights
अलीगढ़ लोकसभा से पहले प्रत्याशी घोषित किया।
चार बार की सांसद शीला गौतम को हराकर बने थे सांसद।
सीएए लाकर ध्रुवीकरण करने की कोशिश में बीजेपी।
Aligarh News : अलीगढ़ में इंडिया गठबंधन की ओर से समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद और तीन बार विधायक रहे चौधरी विजेंद्र सिंह पर दांव लगाया है। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को अलीगढ़ लोकसभा के लिए उम्मीदवार घोषित किया। चौधरी बिजेंद्र सिंह जाट नेता हैं। टिकट की घोषणा होने के बाद उनके शुभचिंतक और चाहने वाले बधाई देने घर पहुंच रहे हैं। हालांकि चौधरी बिजेंद्र सिंह कांग्रेस के पुराने सिपाही रहे हैं, लेकिन कांग्रेस आलाकमान से तरजीह न मिलने के चलते सन 2020 में कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था। तभी से समाजवादी पार्टी में सक्रिय हैं और लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रयासरत थे। जाट वोट साधने के लिए सपा ने चौधरी बिजेन्द्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले जाट नेता सत्यपाल मलिक के अलीगढ़ से चुनाव लड़ने की चर्चा गर्म थी।
अलीगढ़ लोकसभा से पहले प्रत्याशी घोषित किया
समाजवादी पार्टी ने चौधरी विजेंद्र सिंह को अलीगढ़ से अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया है। समाजवादी पार्टी पहली ऐसी पार्टी हो गई है, जिसने अलीगढ़ में अपना प्रत्याशी घोषित किया है। भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की तरफ से उम्मीदवार घोषित होने का इंतजार किया जा रहा है।
चार बार की सांसद शीला गौतम को हराकर बने थे सांसद
चौधरी बिजेंद्र सिंह सन 1989, 1993, 2002 में इगलास विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। सन 2004 में कांग्रेस से अलीगढ़ सांसद चुने गए थे। टिकट की घोषणा के बाद चौधरी विजेंद्र सिंह ने अखिलेश यादव का धन्यवाद देते हुए कहा कि अलीगढ़ जैसी ऐतिहासिक सीट पर प्रत्याशी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कि जनता भाजपा के कार्यकाल में दुखी हो चुकी है। इससे पहले भाजपा से चार बार शीला गौतम सांसद रहीं, लेकिन जनता ने देखा कि यह करते कुछ नहीं हैं, केवल चिल्लाते हैं। इस बार जनता परिवर्तन चाहती है।
सीएए लाकर ध्रुवीकरण करने की कोशिश
इलेक्शन से पहले सीएए लागू करने के सवाल पर कहा कि सरकार को प्रैक्टिकल आधार पर कानून को लागू करना चाहिए। लेकिन, चुनाव आने पर भाजपा इस तरह की हरकत करती है कि विघटन हो जाए। उन्होंने कहा कि इस बार मुसलमान ने सीएए को लेकर कोई रिएक्शन नहीं दिया। वह चाहते हैं कि मुस्लिम उधम करें और तुष्टीकरण से वोट मिले। लेकिन, अब जनता जान गई है कि यह केवल ऐसे काम करते हैं, जिससे हिंदुओं का वोट इन्हें फ्री में मिल जाए। उन्होंने कहा कि तानाशाह सरकार कुछ भी कर सकती है। देश की आर्थिक स्थिति बर्बाद कर दी है। अगर यह सरकार पांच साल और रही तो संविधान खत्म कर देगी।