Ayodhya News : अयोध्या में 45 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचा पारा, गर्म हवाओं से दुबकने को मजबूर हुए लोग

UPT | भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं।

Jun 13, 2024 02:06

आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक बुधवार को अधिकतम तापमान 44.29 रहा बृहस्पतिवार को 43.5 (+4.9) और न्यूनतम तापमान 26.0 (-0.9) डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

Ayodhya News : आसमान से आग बरस रही है। बिजली ट्रांसफार्मर हांफ रहे हैं। नतीजतन बिजली की आवाजाही 24 घण्टे बरकरार है। हर कोई बारिश का इंतजार कर रहा है लेकिन कहीं से भी आगम नहीं दिख रहा है। मौसम विज्ञानियों ने अगले पांच दिनों तक ऐसे ही हालात रहने की जानकारी दी है। इस भीषण गर्मी से जहां जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है वहीं तालाबों, पोखरों व गड्ढों के सूख जाने से पशु पक्षियों के लिए पानी का संकट उत्पन्न हो गया है। धान की नर्सरी झुलस रही है जिससे किसानों की नींद गायब हो गई है। दस्त, पेचिश, पेटदर्द के मरीजों की संख्या भी दिन प्रतिदिन बढ़ रही है।

आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक बुधवार को अधिकतम तापमान 44.29 रहा बृहस्पतिवार को 43.5 (+4.9) और न्यूनतम तापमान 26.0 (-0.9) डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इस दौरान सापेक्षिक आर्द्रता अधिकतम 74 प्रतिशत व न्यूनतम 40 प्रतिशत जबकि हवा की गति 8.2 किमी/घंटा हवा की दिशा दक्षिणी-पश्चिमी रही। आगामी 24 घंटे में पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बने रहने एवं हवा सामान्य गति से पश्चिमी चलने की संभावना है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना के दृष्टिगत अभी लू जैसी स्थितियों से निजात मिलने की संभावना नहीं है।

हल्का भोजन लें, बगैर प्यास के भी खूब पानी पीते रहें
फैज़ाबाद के डॉक्टर एसपी मौर्य कहते हैं कि वर्तमान मौसम खतरनाक स्थिति में चल रहा है। ऐसे में बगैर प्यास के ही पानी पीते रहें। घर से बाहर निकलना पड़े तो सिर समेत पूरा शरीर ढक कर ही निकलें।। हल्का एवं सादा भोजन लें। भोजन में खीरा, ककड़ी, तरबूज जैसे खाद्य पदार्थों की मात्रा बढ़ाएं। लस्सी, नींबू पानी, सत्तू की लस्सी जैसे ठंढे पिय पदार्थों का सेवन अधिक से अधिक करें। तले भुने भोज्य पदार्थों से दूरी बनाने का लाभ रहेगा।

कूलर, पंखे दे रहे गरम हवा, जन जीवन अस्त-व्यस्त 
प्रकृति के प्रकोप के आगे कृत्रिम उपकरण सब फेल हो रहे हैं। कूलर, पंखे सब गरम हवा दे रहे हैं। हालात इतने खराब हो चले हैं कि लोग दो से तीन बार स्नान करने के बाद भी गर्मी से छटपटा रहे हैं। पशु पक्षियों के सामने भी प्यास बुझाने का संकट गहरा गया है। हालांकि ऐसे किसान जिनकी निजी ट्यूबबेल है वे गड्ढों को पानी से भरने की कोशिश कर रहे है। ऐसे में खीरा, ककड़ी, तरबूज व लस्सी की दुकानों पर भीड़ हो रही है। हरी सब्जियों की लूट मची है। हर कोई इंद्रदेव की कृपा की चाहत को प्रार्थना कर रहा है। 

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