भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर सूबे की योगी सरकार ने अयोध्या को नायाब तोहफा दिया है। बुधवार को विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने शीशे से बने गिफ्ट भूलभुलैया का शुभारंभ...
Dec 25, 2024 15:41
भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर सूबे की योगी सरकार ने अयोध्या को नायाब तोहफा दिया है। बुधवार को विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने शीशे से बने गिफ्ट भूलभुलैया का शुभारंभ...
Ayodhya News : भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर सूबे की योगी सरकार ने अयोध्या को नायाब तोहफा दिया है। बुधवार को विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने शीशे से बने गिफ्ट भूलभुलैया का शुभारंभ किया। शीशे की इस भूलभुलैया में माता सीता की खोज करनी है। जिसके रास्ते को खोजना बड़ा ही रोमांचक होगा।
3 करोड़ 80 लाख रुपये में तैयार हुआ
अयोध्या को मिली योगी सरकार की इस सौगात को राज्य स्मार्ट सिटी योजना के तहत 3 करोड़ 80 लाख रुपये से तैयार किया गया है। बुधवार को इस सौगात 'शीशे की भूलभुलैया' का उद्घाटन अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी व नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने किया। राम पथ स्थित बेनीगंज जलकल कार्यालय पर इसे बनाया गया है। शीशे की भूलभुलैया, माता सीता की खोज की थीम पर आधारित है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर मिरर इमेज की भूलभुलैया प्रति वर्ष श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त में खुला रहेगा। वर्ष के बाकी दिनों में श्रद्धालुओं को टिकट लेने के बाद प्रवेश मिलेगा।
बच्चे फ्री, विद्यार्थियों के लिए 15 रुपये
हर वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती यानी 25 दिसम्बर को शीशे की भूलभुलैया में मुफ्त प्रवेश मिलेगा। बाकी के दिन टिकट लेना होगा। टिकट में 25 रुपये प्रति व्यक्ति, 10 वर्ष तक के बच्चे को निशुल्क तो स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए 15 रुपये का टिकट लगेगा। विद्यालय समूह में बुकिंग के माध्यम से 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
श्रद्धालुओं के लिए होगा आकर्षण का केंद्र
रामनगरी में बने इस शीशे की भूलभुलैया को रामायण प्रसंग में शामिल माता सीता की खोज की थीम पर तैयार किया गया है। राम पथ पर स्थित बेनीगंज जलकल कार्यालय में आरके इंटरप्राइजेज की ओर से 1400 स्क्वायर फीट में 3 करोड़ 80 लाख रुपये की लागत से तैयार किया गया है। माता सीता की खोज की थीम पर आधारित भूल भुलैया में गुम हुए तो गाइड मदद करेंगे। आपको इस भूलभुलैया में घुसकर माता सीता की खोज करनी है। इसमें शीशे की इमेज बनाई गई है। जिसमें कई रास्ते हैं, जो शीशे के बनाए गए हैं। जिसमें आप प्रवेश किए तो खुद की ही तस्वीर नजर आएगी और ऐसे में आपको माता सीता की खोज करनी है। महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि स्टेट स्मार्ट सिटी योजना के तहत इसका निर्माण कराया गया है। जिसे मिरर बेस्ड सीताजी की खोज का नाम दिया गया है। इसके अंदर जाने के बाद बाहर निकालने की रास्ता खोजना होगा। इसके लिए शीशे के अलग-अलग चैंबर्स बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि योगी सरकार ने रामनगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक दर्जन से अधिक योजनाएं संचालित की है। इसी क्रम में नगर निगम की पहल से पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए शीशे की भूल भुलैया को तैयार किया गया है।
सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक खुलेगा
महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष में सिर्फ 25 दिसम्बर को यह मुफ्त रहेगा, अन्य दिनों में टिकट लेना होगा। महापौर ने बताया कि इस भूलभुलैया में एक साथ 20 लोग प्रवेश कर सकेंगे। इस भूलभुलैया में आध्यात्म के साथ रोमांच भी नजर आएगा। भूलभुलैया में अधिकतम 8 से 10 मिनट तक श्रद्धालु रह सकता है। जो प्रतिदिन सुबह 10 बजे से रात रात 8 बजे तक खुला रहेगा।