Ayodhya News : वन नेशन वन इलेक्शन के समर्थन में गोवा के पूर्व सीएम, बोले- समय के साथ बचेगा धन  

UPT | पत्रकारों से बात करते गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर।

Dec 26, 2024 16:02

गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर गुरुवार को अयोध्या पहुंचे। हनुमानगढ़ी, रामलला और कनक भवन में दर्शन पूजन किए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि रामलला हमारे श्रद्धा स्थान हैं। मैं दो बार पहले भी कार सेवा करने अयोध्या आ चुका हूं। मंदिर...

Short Highlights
  • दो बार पहले भी कार सेवा करने आ चुका हूं अयोध्या, मंदिर बनाना था उद्देश्य।
  • मोदी के कार्यकाल में रामलला का मंदिर बना, हमें आनंद और अभिमान है।

Ayodhya News : गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर गुरुवार को अयोध्या पहुंचे। हनुमानगढ़ी, रामलला और कनक भवन में दर्शन पूजन किए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि रामलला हमारे श्रद्धा स्थान हैं। मैं दो बार पहले भी कार सेवा करने अयोध्या आ चुका हूं। मंदिर बनाना उद्देश्य था, पर हमें नहीं पता था कि मंदिर इतनी जल्दी बन जाएगा। पीएम मोदी के कार्यकाल में रामलला का मंदिर बना है। हमें आनंद है और अभिमान है। परिसर में अभी तेजी के साथ बहुत सारा निर्माण कार्य चल रहा है, दो-तीन सालों में पूर्ण रूप से अयोध्या बदल जाएगी।

वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन
पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन किया। कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन से समय के साथ-साथ धन भी बचेगा। केंद्र सरकार का ये अच्छा फैसला है। चुनाव के दौरान जो समय और धन की बर्बादी होती है उसकी बचत होगी।

बांग्लादेश की समस्या को भी सुलझा लेंगे 
बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं की हत्या पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को इसकी चिंता है। हमारा शीर्ष नेतृत्व प्रधानमंत्री जिन्होंने राम मंदिर बनवाया, वह बांग्लादेश की समस्या को भी सुलझा लेंगे। बाबा साहब अंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर कहा कि यह विपक्ष का फ्रस्ट्रेशन है। राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास किया जा रहा है। किसी ने भाषण दिया, उसमें से एक दो लाइन चुन के उसका बैकग्राउंड अंधेरे में रखकर राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास किया जा रहा है। यह सब कुछ जान बूझकर हो रहा है। वह करने वालों को भी मालूम है।

संविधान विवाद पर बचते नजर आए 
परिवार के साथ रामलला का दर्शन करने अयोध्या पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर संविधान पर संसद में हुए बवाल को लेकर बचते नजर आए। उन्होंने कहा कि यह मेरी धार्मिक यात्रा है। मैं प्रभु श्रीराम का दर्शन करने आया हूं, इसलिए मुझे उस विवाद में नहीं जाना है। जिन लोगों को संसद में चुना गया है और जो फ्रस्ट्रेशन में है, वे इस तरीके के विवाद निकालते रहेंगे, उसमें उनका फायदा हो सकता है।

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