रामलला को लगाया जा रहा रत्नजड़ित तिलक : खुश नहीं मंदिर के पुजारी, बोले चंदन घिसकर लगाने की परंपरा उचित

UPT | राम मंदिर

Jul 01, 2024 15:44

रामलला का दैनिक श्रृंगार सोने-चांदी के आभूषणों से किया जाता है, जिसमें एक विशेष रत्नजड़ित चंदन का तिलक भी शामिल है। जो अलग से तैयार किया गया है और रोजाना उसी क्रम...

Short Highlights

रामलला का दैनिक श्रृंगार सोने-चांदी के आभूषणों से किया जाता है

विशेष रत्नजड़ित चंदन का तिलक भी लगाया जाता है

राम मंदिर में 20 नए प्रशिक्षित पुजारियों की नियुक्ति की जाने वाली है

Ayodhya News : अयोध्या के राम मंदिर में विराजमान बाल रूप में भगवान राम की सेवा और पूजा रामानंदीय परंपरा के अनुसार पूरे वैभव के साथ की जा रही है। रामलला का दैनिक श्रृंगार सोने-चांदी के आभूषणों से किया जाता है, जिसमें एक विशेष रत्नजड़ित चंदन का तिलक भी शामिल है। जो अलग से तैयार किया गया है और रोजाना उसी क्रम में अपनाया जाता है।

चंदन के तिलक से खिल जाता है रामलला का मुखमंडल
हालांकि, इस नई व्यवस्था पर कुछ पुजारियों ने असंतोष व्यक्त किया है।  उनके अनुसार, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले चंदन घिसकर फिर तिलक लगाया जाता था, जिसमें केसर भी शामिल था। यह प्रथा रामलला के मुखमंडल को खिलाती थी, लेकिन अब इसे बदलकर रात्रिक व तिलक लगा दिया जाता है। इसके पीछे का कारण पुजारी ने बताया नहीं, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट किया कि चंदन घिसकर रामलला के माथे पर तिलक लगाने से अब रोका गया है।।

रत्नजड़ित तिलक लगाया जाता है
पुजारियों का कहना है कि चंदन घिसने से वह फैलकर रामलला की आंखों तक पहुंच जाता है और यह शोभनीय नहीं लगता। इसलिए अब रामलला के माथे पर रत्नजड़ित चंदन ही लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि पूजा-पाठ में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए, क्योंकि रामानंदीय पूजन परंपरा में चंदन-तिलक का महत्व होता है। हालांकि, उत्सव मूर्तियों पर अभी भी चंदन घिसकर ही तिलक लगाया जाता है। वहीं मंदिर ट्रस्ट ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। 

पुजारियों का प्रशिक्षण पूरा
जानकारी के अनुसार, राम मंदिर में 20 नए प्रशिक्षित पुजारियों की नियुक्ति की जाने वाली है। इन पुजारियों को पिछले छह महीनों से प्रशिक्षित किया जा रहा था और उन्हें जल्द ही प्रमाण पत्र देकर मंदिर की सेवा में लगाया जाएगा। ये पुजारी राम मंदिर परिसर में बनने वाले अन्य मंदिरों की पूजा के लिए भी नियुक्त किए जाएंगे।

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