Barabanki News : चोरी के आरोप में छात्र छात्राओं की पिटाई, शिक्षिका ने मांगी माफी, अभिभावक अड़े...

UPT | प्रदर्शन करते अभिभावक

Jul 14, 2024 12:19

बाराबंकी में पैसे चुराने के आरोप में अध्यापिका द्वारा छात्र छात्राओं की पिटाई के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अध्यापिका के माफी मांगने के बावजूद अभिभावक उसके तबादले की मांग कर रहे हैं। हैदरगढ़...

Barabanki News : बाराबंकी में पैसे चुराने के आरोप में अध्यापिका द्वारा छात्र छात्राओं की पिटाई के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अध्यापिका के माफी मांगने के बावजूद अभिभावक उसके तबादले की मांग कर रहे हैं। हैदरगढ़ तहसील इलाके के स्थानीय शिक्षा क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय रामपुर बारा में एक शिक्षिका ने मामूली बात को लेकर कमरे में बंद कर बच्चों की पिटाई कर दी। इस मामले में बच्चों के अभिभावकों में नाराजगी है। जांच करने विद्यालय पहुंचे बीईओ की मौजूदगी में शिक्षिका ने माफी मांगी, लेकिन अभिभावक इससे संतुष्ट नहीं हैं। सभी शिक्षिका के साथ प्रधानाध्यापिका को विद्यालय से हटाने की जिद पर अड़े हुए हैं। अभिभावकों ने कार्रवाई न होने की दशा में लखनऊ पहुंचकर जनता दरबार में मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात कही है। 

क्या है पूरा मामला
शिक्षा क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय रामपुर बारा में बीते दिनों विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापिका सपना जायसवाल ने अपने 200 रुपये खो जाने पर कक्षा तीन से पांच तक के बच्चों की कमरे में बंदकर पिटाई कर दी थी। बच्चों के घर पहुंचने पर अभिभावकों को इसकी जानकारी हुई। उसके बाद कोतवाली पुलिस के साथ खंड शिक्षा अधिकारी से मामले की लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांंग की गई। अभिभावकों का आरोप था कि विद्यालय की सपना जायसवाल द्वारा इस बात को लेकर हमारे बच्चों की जमकर पिटाई की गई थी कि कहीं उनके 200 खो गए थे। जिस दौरान शिक्षिका बच्चों की पिटाई कर रही थी, उस समय प्रधानाध्यापिका पुष्पा देवी भी विद्यालय में मौजूद थीं। उन्होंने मना करने की बजाए शिक्षिका का सहयोग किया था। 

टीचर को हटाने पर अड़ अभिभावक
बच्चों की पिटाई करने के मामले के तूल पकड़ने पर खंड शिक्षा अधिकारी विद्यालय पहुंचकर बच्चों से बात की और उनके बयान भी दर्ज किए। शिक्षिका ने अपने किए के लिए माफी मांगी, परंतु अभिभावक इससे संतुष्ट नहीं हुए। खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शिक्षिका ने अपनी गलती मानकर माफी मांग ली है। लेकिन अभिभावक इस बात से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि जब तक शिक्षिका व विद्यालय की प्रधानाचार्य को यहां से नहीं हटाया जाता है, तब तक वे शांत नहीं बैठने वाले हैं। अगर हमारी इस बात को विभागीय अधिकारी अमल में नहीं लाते हैं तो लखनऊ पहुंचकर जनता दरबार में मुख्यमंत्री से इसकी शिकायत करेंगे।

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