केशव प्रसाद मौर्य इन दिनों अयोध्या में हैं और वह 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन तक वहीं रहेंगे।
अयोध्या : सपा मुखिया अखिलेश यादव की चेतावनी के बावजूद स्वामी प्रसाद मौर्य की हिंदू धर्म पर विवादित टिप्पणी रुक नहीं रही है। उन्होंने 26 दिसंबर को दिल्ली में कहा कि हिंदू धर्म धोखा है। इस पर पलटवार करते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य ने सपा बिना उनका नाम लिए बिना कहा कि किसी के सनातन विरोधी बयानों से न तो हिंदू धर्म कमजोर होगा, न ही भव्य राम मंदिर का निर्माण रुकेगा। केशव प्रसाद मौर्य इन दिनों अयोध्या में हैं और वह 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन तक वहीं रहेंगे।
बोले- ऐसे बयानों से सनातन कमजोर नहीं हो सकता
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- ‘जाको प्रभु दारुण दुख दीना, ताकी मति पहले हर लीना...।‘ स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि लगता है कि उनकी बुद्धि हरण कर लिया गया है। उनको ये समझ में नहीं आ रहा कि क्या बोलना चाहिए और क्या नहीं। उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि ऐसे बयानों से सनातन को न कोई कमजोर कर सकता है, न ही मिटा सकता है और न ही हिंदुत्व को कमजोर किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि भव्य राम मंदिर के निर्माण को कोई नहीं रोक सकता।
स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार दे रहे हैं विवादित बयान
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने 26 दिसंबर को दिल्ली में कहा कि हिंदू धर्म एक धोखा है। सुप्रीम कोर्ट भी 1995 में कह चुकी है कि हिंदू कोई धर्म नहीं है। यह जीवन जीने की एक शैली है। इसके अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी दो बार कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कह चुके हैं कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है। उन्होंने कहा कि जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो किसी की भावनाएं आहत नहीं होतीं, मगर यही बात स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं तो पूरे देश में भूचाल आ जाता है।
स्वामी पहले भी उठा चुके हैं हिंदू धर्म पर सवाल
कुछ समय पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने एक्स पर लिखा था कि ब्राह्मणवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं। सारी विषमता की जड़ में यही है। हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है। सही मायने में ब्राह्मण धर्म है। उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू कहकर के इस देश के पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों का शोषण किया जाता है।
रामचरित मानस और मां लक्ष्मी पर भी की थी टिप्पणी
मौर्य ने रामचरितमानस पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि इसमें दलितों-महिलाओं का अपमान किया गया है। उन्होंने इसे बकवास बताते हुए कहा था कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। मौर्य ने मां लक्ष्मी पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि दुनिया में कहीं भी चार हाथ वाले बच्चे पैदा नहीं होते, फिर माता लक्ष्मी कैसे हो गईं?