आजमगढ़ में स्थापित होगी हाईटेक फॉरेंसिक लैब : पुलिस का काम होगा आसान, मिलेंगी ये सुविधाएं, पूर्वांचल को मिलेगा बड़ा लाभ

UPT | प्रतीकात्मक

Nov 01, 2024 17:10

आजमगढ़ में हाईटेक फॉरेंसिक लैब का निर्माण जल्द ही शुरू होने वाला है, जो तहसील सदर के गंभीर वन में प्रस्तावित है। वाराणसी के बाद, यह पूर्वांचल क्षेत्र में दूसरा फॉरेंसिक लैब होगा,  इस परियोजना की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।

Short Highlights
  • आजमगढ़ में हाईटेक फॉरेंसिक लैब का निर्माण जल्द
  • शासन से स्वीकृति मिलने के बाद धनराशि होगी आवंटित
  • आजमगढ़ के साथ-साथ बलिया और मऊ को भी होगा फायदा 

 

Azamgarh News : आजमगढ़ में हाईटेक फॉरेंसिक लैब का निर्माण जल्द ही शुरू होने वाला है, जो तहसील सदर के गंभीर वन में प्रस्तावित है। वाराणसी के बाद, यह पूर्वांचल क्षेत्र में दूसरा फॉरेंसिक लैब होगा, इस परियोजना की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है और टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद विशेषज्ञ सलाहकार ने डीपीआर तैयार कर शासन को सौंप दिया है। अब शासन से स्वीकृति मिलने के बाद धनराशि आवंटित होगी। जिसे शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद धनराशि का आवंटन किया जाएगा। इस फॉरेंसिक लैब के निर्माण से आजमगढ़ के साथ-साथ बलिया और मऊ जिलों को भी फायदा होगा।

वाराणसी के फॉरेंसिक  लैब का लेना पड़ता है सहारा
आजमगढ़ में इस आधुनिक फॉरेंसिक प्रयोगशाला के स्थापित होने के बाद न सिर्फ पुलिस की भाग दौड़ कम होगी। बल्कि आपराधिक घटनाओं के साक्ष्य जुटाने के बाद इन्वेस्टिगेशन में भी पुलिस को आसानी होगी। वर्तमान में, पुलिस को इन कामों के लिए वाराणसी स्थित फॉरेंसिक लैब का सहारा लेना पड़ता है, जिससे कई गंभीर मामलों में विवेचना के दौरान समस्याएं आती हैं। नए लैब के खुलने से वैज्ञानिक तरीकों से जुटाए गए साक्ष्य पुलिस को अपराधियों तक पहुंचने में मदद करेंगे, जिससे जांच प्रक्रिया अधिक प्रभावी और सटीक बनेगी।

लैब में मिलेगी अत्याधुनिक परीक्षण सुविधाएं
इस प्रस्तावित फॉरेंसिक लैब में रक्त, वीर्य, विस्फोटक, नारकोटिक, अग्निअस्त्र और माइक्रो केमिकल सहित विभिन्न पदार्थों के प्रारंभिक परीक्षण की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा, बायोलॉजी, सेरोलॉजी, रसायन, विस्फोटक और अग्नि शास्त्र से संबंधित प्रारंभिक प्रशिक्षकों की सुविधाएं भी यहां प्रदान की जाएंगी। इस अत्याधुनिक फॉरेंसिक लैब के निर्माण से पुलिस को अब बिना भागदौड़ किए जिले में ही सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे जांच प्रक्रिया अधिक सुविधाजनक और प्रभावी बनेगी।

निर्माण के लिए भूमि और बजट की मंजूरी
शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने 'बी' श्रेणी की फॉरेंसिक लैब के निर्माण के लिए 47.07 करोड़ रुपये का बजट मंजूर करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इसके लिए लगभग 0.032 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करा दी गई है। पीडब्ल्यूडी के एक्सियन विशाल पांडे ने बताया कि फॉरेंसिक लैब के निर्माण के लिए शासन को 47.07 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है और वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद कार्य शुरू हो सकेगा। इस लैब के निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है, और इसके लिए मिट्टी का परीक्षण भी किया जा चुका है, ताकि भवन की नींव की गहराई सही तरीके से निर्धारित की जा सके।

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