बदलता उत्तर प्रदेश : बरेली-बदायूं हाईवे फोरलेन प्रोजेक्ट को मिली रफ्तार, दो वर्षों में निर्माण पूरा करने का लक्ष्य

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Dec 27, 2024 15:42

बरेली-बदायूं हाईवे परियोजना पर का काम प्रगति पर है। बदायूं से बरेली के बीच फोरलेन हाईवे के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। इस परियोजना पर कुल 695 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

Bareilly News : उत्तर प्रदेश में सड़कों के व्यापक विकास की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। इसी कड़ी में बरेली और मथुरा को जोड़ने वाले बरेली-बदायूं हाईवे को फोरलेन बनाने की योजना पर काम प्रगति पर है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने इस परियोजना के तहत बदायूं से बरेली के बीच फोरलेन हाईवे के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। हरियाणा की एक कंपनी ने सबसे कम बोली लगाकर अनुबंध के लिए अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।

परियोजना की लागत
इस परियोजना पर कुल 695 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसमें 38.50 किलोमीटर लंबे इस हाईवे के लिए 270 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण पर और 837 करोड़ रुपये निर्माण कार्य पर खर्च किए जाएंगे। एनएचएआई के अनुसार काम शुरू करने के लिए परियोजना के लिए आवश्यक 80% भूमि अधिग्रहण किया जाना जरूरी है। फिलहाल 40% भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जिला प्रशासन और एनएचएआई इस भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को तेज करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि समय पर परियोजना का निर्माण शुरू हो सके।



निर्माण की समयसीमा
एक बार अनुबंध पर हस्ताक्षर होने के बाद निर्माण कार्य शुरू करने में पांच महीने लग सकते हैं। हाईवे का निर्माण कार्य दो वर्षों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना के पूरा होने से न केवल बरेली और बदायूं के बीच यात्रा सुगम होगी, बल्कि बरेली और मथुरा के बीच भी कनेक्टिविटी बेहतर होगी।

आर्थिक विकास पर प्रभाव
फोरलेन हाईवे के निर्माण से उत्तर प्रदेश में सड़क परिवहन का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा। इससे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और यात्रियों को समय और ईंधन की बचत होगी। बेहतर सड़क संपर्क क्षेत्रीय व्यापार और उद्योग के लिए भी फायदेमंद साबित होगा।

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