बरेली पुलिस लाइन में फर्जी हाजिरी का खेल : एसएसपी ने पांच सिपाही सस्पेंड कर शुरू कराई जांच, 10 हजार रुपये में महीने भर को गायब

UPT | एसएसपी अनुराग आर्य

Dec 26, 2024 00:31

बरेली पुलिस लाइन में पुलिस कर्मियों की फर्जी हाजिरी का मामला सामने आया है। यहां दस हजार रुपये देकर पुलिस कर्मी महीने भर को गायब हो जाते थे। मगर, इनकी हाजिरी दर्ज हो जाती थी। जिसके चलते एसएसपी अनुराग आर्य ने एसपी सिटी से मामले की जांच कराई है। इसमें पांच पुलिस कर्मी दोषी मिले।

Bareilly News : यूपी की बरेली पुलिस लाइन में पुलिस कर्मियों की फर्जी हाजिरी का मामला सामने आया है। यहां दस हजार रुपये देकर पुलिस कर्मी महीने भर को गायब हो जाते थे। मगर, इनकी हाजिरी दर्ज हो जाती थी। जिसके चलते एसएसपी अनुराग आर्य ने एसपी सिटी से मामले की जांच कराई है। इसमें पांच पुलिस कर्मी दोषी मिले। उनके खिलाफ सस्पेंड (निलंबन) की कार्रवाई कर विभागीय जांच भी शुरू कराई है। बताया जाता है कि फर्जी हाजिरी लगाने के साथ ही अवैध तरीके से छुट्टियां लेने की भी बात सामने आई है। इससे पहले भी एसएसपी कई पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुके हैं।
 
सिपाही मेरठ और मुजफ्फरनगर में, लेकिन रजिस्टर में हाजिरी दर्ज 
पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता और कर्तव्य में लापरवाही के मामलों में एसएसपी सख्त कार्रवाई कर चुके हैं। मगर, इसके बाद भी पुलिस कर्मियों ने सुधार नहीं हो रहा है। फर्जी हाजिरी की जांच में पता चला है कि इज्जतनगर थाने में नियुक्त सिपाही रजत बालियान ने 10 हजार रुपये देकर 2 अक्टूबर 2024 से 27 नवंबर 2024 तक अवकाश पर रहने के बावजूद अपनी हाजिरी गणना कार्यालय में दर्ज कराई। इस दौरान वह मेरठ और मुजफ्फरनगर में मौजूद था। उसकी अनुपस्थिति को सही ठहराने के लिए गणना कार्यालय में नियुक्त सिपाही रचित कुमार, सतेन्द्र सिंह, अर्पित पंवार और पवन बंसल ने रिकॉर्ड में फर्जी जानकारी दर्ज की थी। जिसके चलते कार्रवाई की गई।

एसएसपी ने एसपी सिटी की जांच के बाद उठाया कदम
इस मामले में एसपी सिटी मानुष पारीक ने जांच की थी। जांच में यह गड़बड़ी सही पाए जाने पर एसएसपी ने तुरंत कार्रवाई की। इसके बाद पांचों सिपाहियों को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही आगे की जांच एसपी ट्रैफिक अकमल खान को सौंपी गई है। एसएसपी अनुराग आर्य ने पुलिस लाइन में अनियमितताओं पर सख्त कदम उठाने का संकेत देते हुए कहा कि इस तरह की गतिविधियों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिससे भविष्य में ऐसी गड़बड़ियों को रोका जा सके। इससे पहले भी एसएसपी ने चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया था। इसमें एक इंस्पेक्टर और तीन सिपाही शामिल थे। 

सिपाही से अश्लील बात करने पर किया था निलंबित
एसएसपी ने एक वायरल ऑडियो क्लिप में देवरनिया इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सिंह को अपने डेंगू पीड़ित सिपाही से अनुचित और अश्लील भाषा में बात करने पर सस्पेंस किया था। इस आचरण को सेवा नियमावली का उल्लंघन मानकर कार्रवाई की। इसी थाने के सिपाही अंकित कुमार को उपरोक्त ऑडियो क्लिप में शामिल होने और सेवा नियमों का पालन न करने के आरोप में सस्पेंस किया। सिपाही मयंक सिंह भी उपरोक्त ऑडियो क्लिप में शामिल था। उनको भी सेवा नियमों का पालन न करने के आरोप में निलंबित किया। किला कोतवाली थाने के सब इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह को न्यायालय के आदेश की अवहेलना कर एक युवक को जेल भेजने के मामले में लापरवाही बरतने पर सस्पेंड किया गया। इनके खिलाफ भी विभागीय जांच शुरू की गई थी।

Also Read