Bareilly News : बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों से बरेली में उबाल, स्वामी चिन्मय दास की गिरफ्तारी के खिलाफ जनाक्रोश

UPT | प्रदर्शन के दौरान का फोटो

Dec 04, 2024 18:57

बरेली में बुधवार को बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों और स्वामी चिन्मय दास की गिरफ्तारी को लेकर हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।

Bareilly News :  बरेली में बुधवार को बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों और स्वामी चिन्मय दास की गिरफ्तारी को लेकर हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। बरेली कॉलेज में आयोजित विशाल धरने में बड़ी संख्या में लोग जुटे। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के साथ राजनीतिक और व्यापारिक संबंध तुरंत समाप्त करने की मांग की। स्वामी चिन्मय दास, जो एक प्रमुख धार्मिक नेता और समाजसेवी हैं, को विवादित बयान देने के आरोप में हाल ही में गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी से लोगों में गहरी नाराजगी है, और इसे लेकर जनाक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है।

स्वामी चिन्मय दास की तुरंत रिहाई की मांग
शहर के बरेली कॉलेज मैदान में आयोजित विशाल धरना एवं आक्रोश प्रदर्शन' में स्वामी चिन्मय दास की तुरंत रिहाई की मांग की गई। कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने आरोप लगाया कि विदेशी ताकतें हिंदू और सनातन धर्म को कमजोर और समाप्त कर रही हैं। बांग्लादेश का अत्याचार खत्म होना चाहिए। कैंट विधायक ने आगे कहा कि बाग्लादेश की अत्याचारी सरकार को  बर्खास्त कर हिंदुओं को सुरक्षित रखना होगा।उन्होंने भारत सरकार के संयुक्त राष्ट्र संघ में मजबूती से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अपनी बात रखनी चाहिए।



जनाक्रोश में यह संगठन शामिल 
बरेली कॉलेज के मैदान में वीएचपी, आरएसएस,बीजेपी नेताओं समेत कई संगठन एक मंच पर जुटे। इसके साथ ही अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल, राष्ट्र जागरण व्यापार मंडल, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल, प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल समिति, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, व्यापारी सुरक्षा फोरम, बरेली मोबाइल डीलर एसोसिएशन, अंतराष्ट्रीय वैश्य सभा, रस्तोगी सभा, बरेली महानगर ज्वेलर्स बुलियन एसोसिएशन, वाल्मीकि सद्भावना मेला कमेटी, अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा, हम कायस्थ, कसौधन सभा, क्षत्रिय सभा आदि संगठन पहुंचे थे। इसमें शामिल प्रमुख लोगों ने मंच से कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को बंद किया जाए। इसके साथ ही स्वामी चिन्मय दास की गिरफ्तारी रद्द होनी चाहिए।

यह रखीं मांग़ 
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने स्वामी चिन्मय दास की तुरंत रिहाई की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो बड़े स्तर पर आंदोलन होगा। इसके साथ ही भारत सरकार से बांग्लादेश में हो रहे अल्पसंख्यकों पर अत्याचार को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का अनुरोध किया गया है। अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई की मांग की गई है। प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

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