बीडीए विवाद : व्यापारियों ने अफसरों की खोली पोल, उपाध्यक्ष समेत 30 के खिलाफ भ्रष्टाचार की याचिका, 13 दिसंबर को सुनवाई

UPT | बरेली विकास प्राधिकरण

Dec 04, 2024 10:41

बरेली में बरेली विकास प्राधिकरण और व्यापारियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई बढ़ती जा रही। एक तरफ बीडीए ने जॉकी शोरूम सीज किया, तो वहीं दूसरी तरफ व्यापारियों ने बीडीए उपाध्यक्ष समेत तीस अफसर कर्मचारियों के खिलाफ कोर्ट में भ्रष्टाचार की शिकयत दर्ज की है।

Bareilly News : बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) और व्यापारियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई बढ़ती जा रही। एक तरफ बीडीए ने जॉकी शोरूम सीज किया, तो वहीं दूसरी तरफ व्यापारियों ने बीडीए उपाध्यक्ष समेत तीस अफसर कर्मचारियों के खिलाफ कोर्ट में भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज की है। जिसके चलते यह टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। शहर के प्रेमनगर में शोरूम की सीलिंग को लेकर बीडीए के अफसरों और शहर के व्यापारियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई छिड़ गई है। यह संग्राम सड़क से लेकर थाने तक पहुंच गया है। 

स्पेशल जज एंटी करप्शन कोर्ट में शिकायत
व्यापारियों ने बीडीए के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने स्पेशल जज एंटी करप्शन कोर्ट में बीडीए के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाकर शिकायत दर्ज की है। आरोप है कि प्रभात नगर कॉलोनी गेट पर उनके जॉकी के शोरूम को सील करने की धमकी देकर बीडीए के अधिकारियों ने पांच लाख रुपये रिश्वत मांगी थी। रिश्वत देने से मना करने पर शोरूम में तोड़फोड़ और मारपीट की। विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण प्रथम की कोर्ट में एफआईआर दर्ज कराने के लिए आवेदन किया गया है। कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेकर इंस्पेक्टर प्रेमनगर से रिपोर्ट तलब की है। 

अगली सुनवाई 13 दिसंबर को
व्यापारियों की शिकायत के बाद कोर्ट ने इंस्पेक्टर प्रेमनगर से रिपोर्ट तलब की है। इस मामले की अगली सुनवाई 13 दिसंबर को की जाएगी। हालांकि, व्यापारियों ने दावा किया है कि दुकान का नक्शा वैध है। मगर, बीडीए अफसर अवैध दबाव बना रहे हैं। शहर के जगदीश विहार स्थित डी-111, सीआई एरिया निवासी आर्किटेक्ट सुशील शौरी के भाई रोहित कुमार शौरी प्रभातनगर कॉलोनी गेट पर जॉकी शोरूम का संचालन करते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी दुकान का नक्शा 17 अक्टूबर 1988 को व्यावसायिक रूप से स्वीकृत किया गया था। 24 जुलाई 2024 को बीडीए के तथाकथित कर्मचारी वीरेंद्र सिंह ने उनसे कहा कि सफाई कार्य के लिए भी बीडीए से अनुमति लेनी होगी और इसके लिये पांच लाख रुपये देने होंगे।

व्यापारियों का आरोप : बीडीए ने भेजा फर्जी नोटिस
व्यापारियों ने आरोप लगाया कि 26 जुलाई को रोहित को एक फर्जी नोटिस भेजा गया था। इसके बाद 30 सितंबर को उनके भाई सुशील शौरी को बीडीए के जेई रमन अग्रवाल और सचिव योगेंद्र कुमार ने कहा कि जब तक 5 लाख रुपये नहीं दिए जाएंगे तब तक दुकान को चलने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि 20 अक्टूबर को बीडीए उपाध्यक्ष मनिकंडन ए. और सचिव योगेंद्र कुमार के निर्देश पर एक अज्ञात व्यक्ति ने फिर से आकर 5 लाख रुपये की मांग की। धमकी दी कि पांच लाख की रिश्वत नहीं दोगे तो भू-स्वामी कृष्णा सक्सेना द्वारा दी गई कम्पाउंडिंग को निरस्त कर दिया जाएगा।

धमकी, गाली गलौज और मारपीट का आरोप
30 नवंबर को सहायक अभियंता अनिल कुमार, जेई रमन अग्रवाल, तथाकथित कर्मचारी वीरेंद्र सिंह और 20-25 अज्ञात लोगों पर धमकी और गाली गलौज का आरोप है। इसमें गनर और अन्य सुरक्षाकर्मी शामिल थे। यह शोरूम पर पहुंचे। उन्होंने जबरन 5 लाख रुपये की मांग की। रोहित ने जब विरोध किया तो उन्होंने दुकान को सील करने की धमकी दी। रोहित के अनुसार, वहां मौजूद महिला सुहानी और अन्य लोगों से मारपीट की गई और शोरूम में तोड़फोड़ भी की गई।

प्रेमनगर पुलिस में शिकायत, लेकिन नहीं दर्ज हुई रिपोर्ट
रोहित शौरी ने इस घटना की शिकायत प्रेमनगर थाने में दर्ज करानी की कोशिश की लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इस मामले की तहरीर रविवार दोपहर को थाना पुलिस को दी गई थी। इसके बाद उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अफसरों से भी रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से शिकायत भेजी। इसके बावजूद पुलिस ने उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की। अब उन्होंने बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मनिकंडन ए, बीडीए सेक्रेट्री योगेंद्र कुमार, सहायक अभियंता अनिल कुमार, जेई रमन कुमार अग्रवाल, चपरासी वीरेंद्र सिंह समेत 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर कराने के लिये स्पेशल जज एंटी करप्शन कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है।

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