बरेली में बीडीए और व्यापारी आमने-सामने : इनकम टैक्स में अफसरों की संपत्ति की शिकायत, जांच की मांग

UPT | बरेली विकास प्राधिकरण

Dec 04, 2024 01:07

यूपी के बरेली में बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के अफसरों पर व्यापारियों ने भ्रष्टाचार और वसूली करने के आरोप लगाएं हैं। उन्होंने जांच की मांग को लेकर आयकर विभाग को ज्ञापन सौंपा है...

Bareilly News : यूपी के बरेली में बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के अफसरों पर व्यापारियों ने भ्रष्टाचार और वसूली करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने जांच की मांग को लेकर आयकर विभाग को ज्ञापन सौंपा है। इसके साथ ही व्यापारियों ने बीडीए अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शहर के सूद धर्मकांटा के पास प्रभात नगर कॉलोनी के मुख्य गेट के पास बने जाकी शोरूम के भवन निर्माण के एक हिस्से को बीडीए ने अवैध माना था। जिसके चलते भवन के भूतल और प्रथम तल की दीवारों पर फिनिशिंग का कार्य नियम विरुद्ध कराया गया। इसलिए 29 जुलाई को भवन पर सीलिंग की कार्रवाई की गई। हालांकि, इसकी निगरानी प्रेमनगर थाना पुलिस को करनी थी। यह सील शोरूम संचालक और मालिक ने क्षतिग्रस्त करके कानून का उल्लंघन कर अपराध किया। इसके बाद से ही बीडीए और व्यापारी आमने सामने हैं।

व्यापारी भी आर-पार लड़ाई के मूड में
शहर के प्रभात नगर में स्थित बीडीए ऑफिस में जल्द ही व्यापारी धरना प्रदर्शन की तैयारी में हैं। अब हर दिन सुबह को तमाम व्यापारी जॉकी शोरूम के बाहर जुट रहे हैं। उन्होंने बीडीए के अधिकारियों के ख़िलाफ़ आयकर विभाग (इनकम टैक्स) को ज्ञापन भी सौंपा है। बीडीए का कहना है कि सीलिंग की निगरानी की जिम्मेदारी संंबंधित थाना पुलिस की है, जबकि व्यापारी नेता बीडीए की कार्रवाई को उत्पीड़न बता रहे हैं।इसके साथ ही दोनों स्तर से मामला लखनऊ तक पहुंच गया है। दोनों पक्षों की ओर से दी गई तहरीर पर 48 घंटे बीतने पर भी थाना प्रेमनगर पुलिस ने रिपोर्ट नहीं लिखी है। यह मामला शनिवार को बीडीए की टीम के दोबारा सीलिंग करने पहुंचने के बाद तूल पकड़ा था। इसके साथ ही व्यापारियों से जमकर नोकझोंक हुई थी। सहायक अभियंता की ओर से कई व्यापारियों के खिलाफ नामजद तहरीर देने के कारण मामला और गर्म हो गया है। इस मामले को लेकर व्यापारी संगठन भी आगे की रणनीति बना रहे हैं कि अगर कार्रवाई हुई तो वह भी बीडीए के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे।



सुलह या फिर बढ़ेगा टकराव
शहर के प्रेमनगर थाने में व्यापारी रोहित शौरी ने प्राधिकरण के कर्मचारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए तहरीर दी है, तो वहीं बीडीए के सहायक अभियंता अनिल कुमार ने व्यापारियों, भवन मालिक, शोरूम संचालक सहित अन्य के खिलाफ तहरीर दी है। अभी दोनों पक्षों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण पुलिस भी असमंजस में है कि कार्रवाई से मामला और तूल न पकड़ ले। इस मामले में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी नजर रखे हुए हैं। वह पूरे प्रकरण पर सही कार्रवाई और मामला शांत कराने में जुट हुए हैं, जबकि दूसरी तरफ व्यापारी बीडीए की कार्रवाई को लेकर लखनऊ से लेकर बाकी दूसरी जगह के व्यापारी संगठन संपर्क में हैं कि आगे की कार्रवाई को लेकर क्या किया जाए।

सीलिंग के बाद खुले शोरूम को लेकर चर्चा
बीडीए की टीम ने शोरूम को सील किया था। मगर, सीलिंग के बाद भी खुले शोरूम को लेकर शहर में काफी चर्चा है। हालांकि, शोरूम को बीडीए ने सील कर मुकदमा भी दर्ज कराया था। इसके बाद भी सीलिंग तोड़ कर रविवार को शोरूम खोला गया। इसको लेकर चर्चा होती रही, लेकिन जल्दबाजी में अधिकारी कोई कार्रवाई करने के मूड में नहीं हैं। इस वजह से शोरूम सीलिंग के बाद भी खुला हुआ है।

नियमानुसार की जाएगी कार्रवाई : बीडीए उपाध्यक्ष 
बीडीए के उपाध्यक्ष मनिकंडन ए ने बताया कि नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए निर्देश दिए गए हैं। बीडीए निष्पक्ष तरीके से काम कर रहा है। अगर, किसी की कोई शिकायत है, तो उसकी जांच हो जाएगी, लेकिन नियमों को तोड़ना गलत है। सीलिंग की कार्रवाई के बाद निगरानी करना स्थानीय पुलिस का काम होता है। प्रेमनगर थाने में 48 घंटे के बाद भी सोमवार रात तक पुलिस ने न बीडीए और न ही व्यापारी की तहरीर पर कोई रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस अफसर पहले मामले की जांच करा रहे हैं और जांच के बाद रिपोर्ट कराएंगे। कई अफसर प्रकरण में कुछ बताने से बच रहे हैं। इस मामले में एसपी सिटी मानुष पारीक का कहना है कि बीडीए और व्यापारियों की तरफ से एक दूसरे के विरुद्ध तहरीर दी गई है। दोनों पक्षों से मिली तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है। जांच जल्द पूरी कर रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

...तो क्या अफसरों के चल रहे होटल
व्यापारियों ने कहा कि हम इनकम टैक्स कमिश्नर को अधिकारियों के प्रॉपर्टी की जानकारी भी देंगे। अधिकारियों के होटल चल रहे हैं। यह प्रॉपर्टी कहां से आई। इसका जवाब भी लेना है। बिल्डिंग बनते ही बीडीए की वसूली शुरू हो जाती है। यह भी व्यापारियों ने आरोप लगाया है। इसके साथ ही बड़े-बड़े अधिकारियों के नाम पर रकम जाती है, लेकिन बाद में फिर परेशान करते हैं। अब व्यापारी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने बीडीए अधिकारियों की संपत्ति की जांच की मांग की। इस दौरान सोनू गुजराल,मनु बख्शी, मोहक अग्रवाल,अनुज सक्सेना, जतिन, मनजीत सिंह, पिनक बख्शी, अमित द्विवेदी,राजकुमार, विक्की बग्गा, अमित भारद्वाज,अरेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।

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