Bareilly News : ईद मिलादुन्नबी दुनिया के मुसलमानों के लिए खास दिन, पैगंबर-ए-इस्लाम की सीरत पर लिखी गई लाखों किताबें

UPT | जुलुस ए मुहम्मदी के मंच पर उपस्थित अतिथिगण।

Sep 16, 2024 22:47

दुनिया भर के मुसलमानों के लिए ईद मिलादुन्नबी खास दिन है। यह खुशी का दिन है। पैगंबर मुहम्मद साहब को इस्लामी दुनिया में...

Bareilly News : दुनिया भर के मुसलमानों के लिए ईद मिलादुन्नबी खास दिन है। यह खुशी का दिन है। पैगंबर मुहम्मद साहब को इस्लामी दुनिया में दुनिया के मार्गदर्शक और दुनिया के निर्माण की वजह माना जाता है। अल्लाह ने इसी मुबारक महीने में हजरत मुहम्मद साहब को दुनिया को जाहिलियत के अंधेरे से बाहर निकालने के लिए भेजा था। हजरत सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पूरी दुनिया के लिए एक आदर्श बनकर आए। उन्होंने शांति का पैगाम दिया। उनके जैसा कोई नहीं था और न दुनिया में आगे आएगा। इस्लाम धर्म के अनुयायी पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब के जन्मदिन को ईद मिलादुन्नबी या ईद-ए-मिलाद के रूप में मुसलमान मनाते हैं। इसे ‘ईदों की ईद’ भी कहा जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, ये त्योहार तीसरे महीने रबी-उल-अव्वल की 12 तारीख को मनाया जाता है। ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर बरेली को भी रंग बिरंगी लाइट से सजाया गया है। बरेली शहर के प्रमुख रोड, जुलूस के रास्तों और घरों को कई दिन पहले से सजाया गया।



सउदी अरब के शहर मक्का में हुआ था जन्म
आपका जन्म (यौम ए पैदाइश) सऊदी अरब के मक्का शहर में 571 ईसवी में हुआ था। यह इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक तीसरा रबी उल अव्वल का महीना है। आपके दुनिया में आने की खुशी में ईद मिलादुन्नबी का पर्व मनाया जाता है। हजरत मुहम्मद साहब ने ही इस्लाम धर्म की स्‍थापना की। आप इस्लाम के आखिरी नबी हैं, आपके बाद अब कायामत तक कोई नबी नहीं आने वाला, मक्का की पहाड़ी की गुफा। जिसे गार-ए-हिराह कहते हैं, आपको वहीं पर अल्लाह ने फरिश्तों के सरदार जिब्राइल अलैहिस्लाम को भेजकर पवित्र संदेश (वही) सुनाई थी। 

उलमा ने आपकी शीरत पर लिखीं लाखों किताब
हजरत मुहम्मद साहब की जिंदगी (शीरत) पर उलमा और लेखकों ने लाखों किताब लिखीं हैं। दुनिया में आप सबसे आदर्श इंसान थे।अमेरिकी इतिहासकार डॉ.माइकल एच हार्ट ने 1978 में प्रकाशित अपनी किताब ‘दुनिया के इतिहास में 100 सबसे प्रभावशाली लोग’ में लिखा है कि पैगम्बर मुहम्मद साहब (स.अ.व.) से ज्यादा प्रभावशाली व्यक्ति इस दुनिया (संसार) में कोई नहीं हुआ है।इस किताब की 50 लाख प्रतियां बिकी थीं और इसका कम से कम 15 भाषाओं में अनुवाद किया गया। इस किताब में डॉ. माइकल एच हार्ट ने इस्लाम के पैगम्बर मुहम्मद साहब (स.अ.व.) को प्रथम स्थान पर रखा है।

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