पीलीभीत लोकसभा चुनाव : कहीं बहिष्कार, कहीं लंबी कतार... 1521 बूथों पर संपन्न हुआ मतदान, 4 जून को आएंगे नतीजे

UPT | 1521 बूथों पर संपन्न हुआ मतदान, 4 जून को आएंगे नतीजे

Apr 19, 2024 19:58

पीलीभीत लोकसभा सीट में जिले के चार और बरेली जिले का एक बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र शामिल है। सुबह 7 बजे मतदान शुरू होते ही वोटर पोलिंग बूथों पर पहुंचने लगे। शाम तक बूथ के बाहर लंबी कतारें दिखाई दीं।

Short Highlights
  • पीलीभीत में लोकसभा चुनाव संपन्न
  • भाजपा और सपा के बीच सीधी टक्कर
  • महिलाओं के बने विशेष पिंक बूथ
Pilibhit News : उत्तर प्रदेश में पहले चरण की 8 सीटों के लिए मतदान संपन्न हो गया। इन 8 सीटों में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत शामिल थे। पीलीभीत लोकसभा सीट में जिले के चार और बरेली जिले का एक बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र शामिल है। सुबह 7 बजे मतदान शुरू होते ही वोटर पोलिंग बूथों पर पहुंचने लगे। शाम तक बूथ के बाहर लंबी कतारें दिखाई दीं।

शाम 5 बजे तक कितना हुआ मतदान?
पीलीभीत की लोकसभा सीट पर मतदान शुरू होने के बाद पहला वोटर टर्नआउट सुबह 9 बजे सामने आया। सुबह 9 बजे तक पीलीभीत सीट पर 13.36 फीसदी मतदान हुआ। इसके बाद चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध जानकारी के अनुसार सुबह 11 बजे 26.94 फीसदी, दोपहर 1 बजे तक 38.51 फीसदी और दोपहर 3 बजे तक 49.06 फीसदी मतदान हुआ। वहीं शाम 5 बजे तक पीलीभीत की सीट पर वोटर टर्रआउट 60 प्रतिशत के पार चला गया। शाम 5 बजे जारी डेटा के मुताबिक कुल वोटर टर्नआउट 60.23 प्रतिशत रहा। सीटों को पूर्ण टर्नआउट देर रात तक आने की संभावना है।

महिलाओं के लिए विशेष पिंक बूथ भी
पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र में करीब 18.31 लाख मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाता करीब 9.78 लाख से अधिक औ 8 लाख से अधिक महिला मतदाता हैं। मतदान के लिए क्षेत्र में 1521 बूथ बनाए गए थे। वहीं मतदान को शांतिपूर्वक संपन्न करवाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। बहेड़ी नगर पालिका परिसर में महिलाओं के लिए विशेष रूप से पिंक बूथ बनाया गया था। इसे गुब्बारों से सजाया गया था। यहां सीसीटीवी कैमरे, वोटरों के लिए सोफे, पीने के लिए पानी तक के इंतजाम थे। इतना ही नहीं, पिंक बूथ पर खास तौर पर महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती भी की गई थी।

भाजपा और सपा के बीच सीधी टक्कर
पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी ने अपने वर्तमान सांसद वरुण गांधी का टिकट काट दिया था। उनकी जगह यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया था। जितिन प्रसाद के सामने समाजवादी पार्टी के भगवर सरन गंगवार मैदान में उतरे थे। वहीं बहुजन समाज पार्टी ने अनीस अहमद खां उर्फ फूलबाबू को प्रत्याशी बनाया था। इसके अलावा भारतीय कृषक दल से राजीव कुमार सक्सेना, राष्ट्रीय समाज दल(आर) से संजय कुमार भारती और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर आशीष कुमार, आदर्श पांडेय, प्रमोद कुमार पटेल, सुशील कुमार शुक्ला और मो. शाहिद हुसैन प्रत्याशी थे। माना जा रहा है कि इस सीट पर भाजपा और सपा के बीच सीधी टक्कर है।

छुटपुट घटनाएं भी आईं सामने
प्रशासन से सकुशल मतदान संपन्न कराने की संपूर्ण व्यवस्था कर दी थी, लेकिन बावजूद इसके पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र में अगल-अगल घटनाएं सामने आईं। बीसलपुर के मनकापुर मतदान केंद्र पर ईवीएम मशीन शुरू न हो पाने के कारण आधे घंटे की देरी से मतदान शुरू हुआ। वहीं इसी क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय मतदान केंद्र पर भी ईवीएम खराब होने के कारण मतदान 45 मिनट तक बाधित रहा। गांव सिमरिया महाराजपुर में चार वोट पड़ने के बाद ही वीवीपैट मशीन अचानक खराब हो गई, फिर पीठीसीन अधिकारी की सूचना पर सेक्टर मजिस्ट्रेट ने दूसरी वीवीपैट मशीन लगवाई। उधर सपा प्रत्याशी भगवत सरन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके कार्यकर्ताओं को बूथ पर जाने से रोकने के लिए रात में ही उठा लिया। जब सपा का आरोप सामने आया, भाजपा के जितिन प्रसाद भला क्यों पीछे रहते। उन्होंने भी चुनाव अधिकारी और पुलिस पर एजेंट को मतदान केंद्र के अंदर न जाने देने का आरोप लगाया।

रूठों को मनाया, नोंक-झोंक दूर की
मतदान केंद्र के अंदर जाने से रोकने पर एक जगह भाजपा और पुलिस में तीखी बहस हो गई। यहां भाजपा प्रत्याशी जितिन प्रसाद अपने कुछ समर्थकों के साथ पहुंचे थे। इसके बाद भाजपा ने मामले की शिकायत डीएम से की। सूचना जब सुनगढ़ी इंस्पेक्टर को मिली, तो वह भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद लोगों को अंदर जाने दिया गया। न्यूरिया क्षेत्र के गांव मंगदपुर में छुट्टा जानवरों और बाघ की घटनाओं से परेशान लोगों ने मतदान नहीं किया। यहां सुबह 10 बजे तक केवल 9 वोट ही डाले गए। गांव  पुरैना में ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया था। सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को मनाया। तब जाकर लोगों ने मतदान किया। जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड सीमा से लगे गांवों में मतदान बेहद धीमी गति से हुआ। गांव वेदखेड़ा में सपा कार्यकर्ता के पिता और भाई को पीटने का आरोप लगा। जुने की नमाज के बाद बूथ पर मतदाताओं की लंबी कतार देखी गई।

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