जिलाधिकारी से लगाई न्याय की गुहार : चार साल से जमीन विवाद में फंसे व्यक्ति ने सुनाई आपबीती, चक्कर लगाने के बावजूद कहीं सुनवाई नहीं

UPT | जिलाधिकारी से लगाई न्याय की गुहार

Oct 15, 2024 01:16

चित्रकूट जिले के मऊ तहसील के ग्राम पंचायत उपरौली निवासी सत्यराम पिछले चार सालों से जमीनी विवाद में उलझे हुए हैं। वे लगातार तहसील और थानों के चक्कर काटते आ रहे हैं, लेकिन अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हो पाई है।

Chitrakoot News : चित्रकूट जिले के मऊ तहसील के ग्राम पंचायत उपरौली निवासी सत्यराम पिछले चार सालों से जमीनी विवाद में उलझे हुए हैं। वे लगातार तहसील और थानों के चक्कर काटते आ रहे हैं, लेकिन अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हो पाई है। अंततः थक-हार कर सत्यराम ने जिला कलेक्टर के पास जाकर अपनी समस्या का समाधान कराने के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा है। 


लेखपाल, तहसीलदार और एसडीएम पर लगातार नजरअंदाज करने का आरोप 
सत्यराम का आरोप है कि तहसील के लेखपाल, तहसीलदार और एसडीएम उनकी शिकायतों को लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं। वे 2020 से मऊ तहसील में लगातार शिकायत दर्ज करा रहे हैं, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। उन्होंने तहसील दिवस, समाधान दिवस और थाना दिवस पर भी कई बार अपनी शिकायतें दर्ज कराईं, परंतु प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया। सत्यराम की जमीन का विवाद तब शुरू हुआ जब करीब 10 साल पहले सरकार द्वारा उन्हें जमीन का पट्टा जारी किया गया था। किताबुन, एक स्थानीय निवासी, ने बताया कि कुछ दबंग लोग सत्यराम की जमीन पर कब्जा किए हुए हैं, और सत्यराम के सभी प्रयास विफल हो रहे हैं। सत्यराम का कहना है कि लेखपाल उनकी जमीन की नाप जोख करने नहीं आ रहा, जिसके कारण स्थिति जस की तस बनी हुई है।

जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी समस्या का समाधान मांगा 
लगातार प्रशासनिक उपेक्षा के बाद, सत्यराम ने अब जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी समस्या का समाधान मांगा है। उन्होंने जिला कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई, जिन्होंने आश्वासन दिया है कि इस मामले पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी और सत्यराम को न्याय मिलेगा। सत्यराम की यह कहानी न केवल उनकी व्यक्तिगत समस्या को उजागर करती है, बल्कि प्रशासनिक तंत्र की कमियों और आम नागरिकों की समस्याओं को लेकर उसकी उपेक्षा को भी सामने लाती है। 

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