फर्जी फर्मों के खिलाफ केंद्रीय और राज्य जीएसटी का संयुक्त अभियान शुरू : धोखाधड़ी करने वाले व्यापारियों पर होगी सख्ती

UPT | सांकेतिक तस्वीर

Aug 19, 2024 13:01

गोरखपुर में जीएसटी में फर्जी पंजीकरण कर इनपुट टैक्स क्रेडिट का अवैध लाभ उठाने वाले टैक्स चोरों पर अब शिकंजा कसा जाएगा। केंद्रीय और राज्य कर जीएसटी विभाग ने फर्जी फर्मों के खिलाफ एक विशेष संयुक्त जांच अभियान शुरू किया है।

Gorakhpur News : गोरखपुर से खबर आ रही है कि जीएसटी में फर्जी पंजीकरण कर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का अवैध लाभ उठाने वाले टैक्स चोरों पर अब शिकंजा कसा जाएगा। केंद्रीय और राज्य कर जीएसटी विभाग ने फर्जी फर्मों के खिलाफ एक विशेष संयुक्त जांच अभियान शुरू किया है, जो अगले दो महीनों तक चलेगा। इस अभियान का उद्देश्य टैक्स चोरी करने वाले व्यापारियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना है। 

अभियान के तहत केंद्रीय जीएसटी और राज्य कर जीएसटी की टीमें मिलकर काम करेंगी। इन टीमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग जैसे उच्च तकनीकी टूल्स का उपयोग करके संदिग्ध फर्मों की पहचान करेंगी। परिक्षेत्र में करीब 500 संदिग्ध फर्में इन टीमों की रडार पर हैं, जिनके खिलाफ जांच की जाएगी। पिछले कुछ महीनों में राज्य कर विभाग ने भवन निर्माण सामग्री और सरिया कारोबार से जुड़े कई व्यापारियों पर कार्रवाई की है, जिसमें कुशीनगर से लेकर गोरखपुर तक 100 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी के मामले सामने आए हैं।

इस अभियान के दौरान, सेंट्रल जीएसटी और राज्य कर विभाग की टीमें संदिग्ध जीएसटी पहचान संख्या (जीएसटीआईएन) का सत्यापन करेंगी। यदि किसी फर्म का जीएसटीआईएन फर्जी पाया जाता है या वह मौजूद ही नहीं है, तो संबंधित कर अधिकारियों द्वारा उस फर्म का पंजीकरण निलंबित या रद्द किया जाएगा और उसके आईटीसी का लाभ रोक दिया जाएगा।

टैक्स चोरी करने वाले व्यापारियों की विशेष टीम करेगी जांच 
अभियान के तहत फर्जी पंजीकरण और टैक्स चोरी करने वाले व्यापारियों की पहचान के लिए विशेष जांच शाखा की टीम गोपनीय तरीकों से जांच करेगी। इस दौरान संदिग्ध जीएसटी खातों की गहन जांच की जाएगी, और फर्जी बिलों को जीएसटी नेटवर्क से बाहर करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इस विशेष जांच अभियान के बारे में एडिशनल कमिश्नर, ग्रेड-दो संजय कुमार ने बताया कि केंद्रीय और राज्य कर जीएसटी विभाग के सभी अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। एआई तकनीक का उपयोग कर संदिग्ध फर्मों की पहचान की जा रही है, और सेंट्रल जीएसटी की टीमों द्वारा दी गई जानकारियों के आधार पर संबंधित फर्मों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई की जाएगी।

यह अभियान 16 अक्टूबर तक चलेगा और इसका उद्देश्य जीएसटी पंजीकरण की पारदर्शिता और कर चोरी को रोकना है। जांच के दौरान, जो भी फर्में गलत पते पर संचालित हो रही हैं या जिन्होंने आईटीसी का गलत तरीके से लाभ लिया है,उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान से जीएसटी प्रणाली को और भी मजबूत और पारदर्शी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। 

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