भ्रष्टाचार के खिलाफ राजस्व कर्मचारियों का प्रदर्शन : गोरखपुर में सदर तहसील में एकत्र होकर दिया धरना, मुख्यमंत्री से की कड़ी कार्रवाई की मांग

UPT | गोरखपुर में एंटी करप्शन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन करते राजस्व कर्मचारी।

Jan 04, 2025 17:08

गोरखपुर में राजस्व कर्मचारियों ने एंटी करप्शन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ और राजस्व निरीक्षक संघ के कर्मचारियों ने तहसील सदर परिसर में धरना दिया। यह प्रदर्शन गाजीपुर एंटी करप्शन टीम द्वारा लेखपाल को जबरन गिरफ्तार करने के विरोध में था।

Gorakhpur News : गोरखपुर में राजस्व कर्मचारियों ने एंटी करप्शन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ और उत्तर प्रदेश राजस्व निरीक्षक संघ के कर्मचारियों ने तहसील सदर परिसर में एकत्र होकर धरना दिया। यह प्रदर्शन गाजीपुर एंटी करप्शन टीम द्वारा एक लेखपाल को जबरन गिरफ्तारी के लिए फंसाने के विरोध में किया गया। लेखपाल संघ के अध्यक्ष राजू सिंह और राजस्व निरीक्षक संघ की अध्यक्ष रामरेखा के नेतृत्व में यह प्रदर्शन आयोजित किया गया। 



लेखपाल पर लगाए गए आरोप और गिरफ्तारी का विरोध
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि एंटी करप्शन टीम ने गाजीपुर में एक लेखपाल को साजिश के तहत गिरफ्तार किया। आरोप यह था कि एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल के हाथ में जबरन पैसा रखवा कर उसे भ्रष्टाचार के आरोप में फंसा दिया। इससे लेखपाल को न केवल मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, बल्कि उनका सम्मान भी घटा। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि इस तरह की गिरफ्तारी न केवल गलत है, बल्कि यह राजस्व कर्मचारियों के खिलाफ एक घिनौनी साजिश है।

कर्मचारियों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन
प्रदर्शन के दौरान लेखपाल संघ और निरीक्षक संघ ने गोरखपुर के जिला अधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने मुख्यमंत्री से इस साजिश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसके अलावा, कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने भी इस धरना प्रदर्शन का समर्थन किया और अपनी टीम के साथ कर्मचारियों के साथ खड़े होने का विश्वास जताया।

लेखपालों का काम और संघर्ष
धरना प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने यह भी कहा कि लेखपाल राजस्व विभाग के फील्ड कर्मचारी होते हैं और उनका सीधा संबंध जनता से होता है। भूमि विवादों, पंचायत योजनाओं, और अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही में लेखपाल का महत्वपूर्ण योगदान होता है। हालांकि, इन कार्यों के कारण लेखपाल कई बार असंतुष्ट लोगों के निशाने पर आ जाते हैं। जो लोग असंतुष्ट होते हैं, वे लेखपाल के खिलाफ साजिशें रचने लगते हैं और एंटी करप्शन टीम के माध्यम से उन्हें फंसाने की कोशिश करते हैं।

एंटी करप्शन टीम के कार्यप्रणाली पर सवाल
कर्मचारियों का कहना था कि एंटी करप्शन कार्यालय द्वारा सामान्य शिकायतों के आधार पर जांच बिना सही तथ्यों के की जाती है। ऐसे मामलों में शिकायतकर्ता को उकसा कर उनके माध्यम से झूठी शिकायतें लिखवाई जाती हैं और फिर लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया जाता है। प्रदर्शनकारियों ने इस तरह की कार्यवाही को निंदनीय बताते हुए इसकी कड़ी आलोचना की। उनका कहना था कि यह कार्रवाई राजस्व कर्मचारियों के साथ अन्याय है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए।

राजस्व कर्मचारियों के समर्थन में जुटे कर्मचारी संगठन
राजस्व कर्मचारी संघ का कहना है कि इस तरह के फर्जी आरोप और गिरफ्तारियां कर्मचारियों की कार्यशैली पर बुरा असर डाल सकती हैं और इससे उनका मनोबल भी गिरता है। साथ ही, यह भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष को कमजोर कर सकता है। कर्मचारी नेताओं ने राज्य सरकार से मांग की कि इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करते हुए, एंटी करप्शन के कामकाज की जांच की जाए। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यवाही से भ्रष्टाचार का सामना नहीं किया जा सकता है, बल्कि यह कर्मचारियों के खिलाफ दमनकारी रवैया को बढ़ावा देता है।

कर्मचारियों का आह्वान
कर्मचारी संघों के नेताओं ने कहा कि यदि इस तरह की साजिशें जारी रहती हैं, तो वे आगे भी इसी तरह का विरोध प्रदर्शन करेंगे और सरकार से न्याय की मांग करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि लेखपालों और राजस्व निरीक्षकों को सरकारी कर्मचारियों के रूप में अपने काम को सही तरीके से करने का अधिकार है, और किसी भी तरह की अनुचित कार्यवाही से उनका हक छीनने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इस प्रकार, गोरखपुर में राजस्व कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि उन्हें अपनी निष्पक्षता और कामकाजी सम्मान की रक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। 

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