सीएम योगी ने प्रदेशवासियों को नवमी और विजयादशमी की बधाई दी : बोले-नारी को सम्मान देने से समाज होता है शक्तिमान

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

Oct 11, 2024 15:06

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कन्या पूजन के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि जहां शक्ति की साधना होगी तो वहां सिद्धि के रूप में विजयश्री का वरण अवश्य होगा।

Gorakhpur News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्रि की पावन महानवमी एवं विजयादशमी पर सभी प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि शारदीय नवरात्रि नारी गरिमा की प्रतिष्ठा का पर्व है और जिस समाज में नारियों की पूजा व सम्मान होता है, वह समाज स्वयं सक्षम व शक्तिमान होता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में शारदीय नवरात्रि की महानवमी तिथि पर कन्या पूजन के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश और दुनिया में रहने वाले सनातन धर्म के अनुयायी वर्ष में दो बार शारदीय और वासंतिक नवरात्रि में जगतजननी मां भगवती दुर्गा के नौ रूपों की पूजा और अनुष्ठान के कार्यक्रम में श्रद्धा, उल्लास और उत्साह के साथ शामिल होते हैं। सनातन धर्म के पर्व और उत्सवों की समृद्ध परंपरा हर किसी का ध्यान आकर्षित करती है। आज शारदीय नवरात्रि के नौवें दिन सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाली मां सिद्धिदात्री के स्वरूप की पूजा के साथ ही कन्या पूजन का अनुष्ठान भी किया जा रहा है। वह सौभाग्यशाली हैं कि गोरक्षपीठ की पावन परंपरा के अनुसार उन्हें कन्या पूजन का अनुष्ठान करने का भी अवसर मिला है। 


आधी आबादी की सुरक्षा के साथ पूरे समाज की सुरक्षा जुड़ी
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्रि का पर्व शक्ति की उपासना के साथ आधी आबादी के सम्मान का भी प्रतीक है। भारतीय मनीषा ने प्राचीन काल से ही ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता:’ की मान्यता और भावना को स्वीकार किया है, अर्थात जहां नारियों की पूजा और सम्मान होता है, वहां दैवीय शक्तियां निवास करती हैं। नवरात्रि में जगतजननी भगवती मां दुर्गा के नौ पावन स्वरूपों की पूजा सनातन धर्म की उदात्त और पवित्र परम्परा का महत्वपूर्ण अवसर है। यह आधी आबादी की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन की नई प्रेरणा देने का माध्यम भी है। सीएम योगी ने कहा कि आधी आबादी की सुरक्षा के साथ पूरे समाज की सुरक्षा जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि जब हम आधी आबादी को सशक्त बनाकर उनके सम्मान और गरिमा की रक्षा करेंगे, तो प्रदेश और देश सभी नागरिकों के जीवन में खुशहाली लाने के लक्ष्यों को प्राप्त कर लेगा।

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शक्ति की साधना होगी तो सिद्धि के रूप में विजयश्री का वरण अवश्य होगा 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मां जगतजननी की नौ तिथियों में पूजन के बाद कल शनिवार को विजयादशमी का पावन पर्व है। विजयादशमी भगवान श्रीराम द्वारा रावण पर विजय प्राप्त करने के उल्लास का पर्व है। इसमें यह संदेश भी निहित है कि जहां शक्ति की साधना होगी तो वहां सिद्धि के रूप में विजयश्री का वरण अवश्य होगा। सीएम योगी ने कहा कि विजयादशमी त्रेतायुग के बलशाली राजा, अधर्म, अत्याचार और अन्याय के प्रतीक रावण पर प्रभु श्रीराम के विजय का उत्सव है। इस अवसर पर भगवान श्रीराम के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव व्यक्त करने के लिए सनातन धर्मावलंबी रामलीलाओं के माध्यम से श्रीराम के राज्याभिषेक के कार्यक्रम से जुड़ेगा। इस अवसर पर अन्याय के प्रतीक रावण के पुतला दहन की परंपरा भी देखने को मिलती है। मुख्यमंत्री ने विजयादशमी के पावन पर्व पर सभी लोगों के मंगलमय जीवन की कामना की।

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