अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन समापन : सीएम योगी बोले- 'विज्ञान-तकनीकी को समझकर समय के प्रवाह में आगे बढ़ें'

UPT | सीएम योगी आदित्यनाथ

Nov 24, 2024 18:12

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन सत्र में विशेष रूप से उपस्थित होकर छात्रों को संबोधित किया।

Gorakhpur News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन सत्र में विशेष रूप से उपस्थित होकर छात्रों को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने विज्ञान और तकनीकी के महत्व को रेखांकित करते हुए छात्रों को समय के प्रवाह को समझने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीकी से डरने के बजाय इसे अपनाना आवश्यक है, क्योंकि इसके माध्यम से राष्ट्र और समाज को सशक्त बनाया जा सकता है।

जीवन के हर पहलू को किया प्रभावित 
मुख्यमंत्री ने विज्ञान-तकनीकी से जुड़े कई उदाहरण देते हुए कहा कि समय किसी का इंतजार नहीं करता। जो लोग समय के साथ नहीं चलते, वे पिछड़ जाते हैं। उन्होंने 1990 के दशक में कम्प्यूटरीकरण के विरोध का उल्लेख करते हुए कहा कि आज हम कम्प्यूटर से भी आगे बढ़कर ई-ऑफिस के दौर में आ चुके हैं। तकनीकी ने हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित किया है, और अब हम एक स्मार्टफोन के माध्यम से पूरी दुनिया को समझ सकते हैं।

दीपेश नायर को मिला प्रोफेसर यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'टीच' के सह-संस्थापक दीपेश नायर को प्रोफेसर यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार से सम्मानित किया। दीपेश नायर की संस्था मूक-बधिर बच्चों की शिक्षा के लिए काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने नायर के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने धर्मांतरण के मुद्दे पर भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें उन्होंने बच्चों को गलत दिशा में जाने से रोका है।

समाज और राष्ट्र के कल्याण के लिए तकनीकी का सदुपयोग जरूरी
मुख्यमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि तकनीकी को अच्छे हाथों में रहना चाहिए, क्योंकि इसका सही उपयोग ही समाज और राष्ट्र के हित में होगा। उन्होंने कहा कि एटमिक पॉवर जैसी तकनीकी का सही उपयोग प्रदूषण मुक्त ऊर्जा प्रदान कर सकता है, जबकि इसका गलत उपयोग विनाशकारी साबित हो सकता है। सीएम योगी ने उदाहरण के रूप में श्रीराम और श्रीकृष्ण का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने युवावस्था में ही समाज और राष्ट्र के लिए अपना योगदान दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है, और इसके लिए पारस्परिक एकता की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि युवा ऊर्जा ही परिवर्तन की वाहक होती है, और भारत को इस ऊर्जा का सबसे बड़ा लाभ है।



तकनीकी को अपनाने और शिक्षा पर बल देने की अपील
मुख्यमंत्री ने युवाओं से तकनीकी का सदुपयोग सीखने की अपील की। उन्होंने कहा कि तकनीकी हमें रोजगार के नए अवसर प्रदान कर सकती है, बशर्ते कि इसे नैतिकता के दायरे में रहकर अपनाया जाए। उन्होंने कहा कि जब तकनीकी अच्छे लोगों के हाथ में होती है, तो यह लोक और राष्ट्र कल्याण का माध्यम बनती है।अधिवेशन में, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राजशरण शाही, स्वागत समिति के उपाध्यक्ष प्रो. सदानंद गुप्त, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव सहित कई प्रतिनिधियों ने अपने विचार व्यक्त किए।

मुख्यमंत्री ने किया प्रदर्शनी का अवलोकन
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिवेशन स्थल पर लगी प्रदर्शनी का भी दौरा किया और वहां प्रदर्शित विभिन्न संस्थाओं के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद युवाओं को सही दिशा देने का सशक्त माध्यम है और यह संगठन भारतीय संस्कृति और राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पित है।

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