MMMUT में रैगिंग का मामला : सीनियर छात्रों ने जूनियर को बेरहमी से पीटा, एम्स में भर्ती

UPT | MMMUT में रैगिंग का मामला

Nov 24, 2024 17:40

उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) में शनिवार रात रैगिंग की एक गंभीर घटना सामने आई।

Gorakhpur News : उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) में शनिवार रात रैगिंग की एक गंभीर घटना सामने आई। इस घटना में सीनियर छात्रों ने एक जूनियर छात्र को इतनी बुरी तरह पीटा कि उसे गंभीर हालत में एम्स में भर्ती कराना पड़ा। बताया जा रहा है कि घटना के दौरान हमलावर सीनियर छात्र शराब के नशे में थे और उनकी संख्या लगभग 25-30 थी। इस मामले ने विश्वविद्यालय परिसर में भारी हड़कंप मचा दिया है।

जूनियर छात्र पर सीनियरों का हमला
यह घटना उस समय हुई जब विश्वविद्यालय में फेस्ट की तैयारियाँ चल रही थीं। बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र मल्टीपरपज हॉल में फेस्ट के कार्यक्रम की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान बीटेक द्वितीय और तृतीय वर्ष के कुछ सीनियर छात्र वहाँ पहुंचे और परिचय (इंट्रोडक्शन) मांगने लगे। इस बीच, सहारनपुर निवासी बीटेक आईटी के छात्र अतुल सिसोदिया से घबराहट में परिचय देने के दौरान कुछ गलतियाँ हो गईं। इसे लेकर सीनियर छात्रों ने गाली-गलौज शुरू कर दी। जब अतुल ने इसका विरोध किया तो मामला बढ़ गया और दर्जनभर से अधिक सीनियर छात्र उस पर टूट पड़े।

अतुल की हालत गंभीर, अस्पताल में भर्ती
अतुल के सिर पर गंभीर चोटें आईं, जिससे वह बेहोश हो गया। इस स्थिति में भी सीनियर छात्र उसे लगातार पीटते रहे। स्थिति तब और बिगड़ी जब फेस्ट के दौरान लगभग 300 बीटेक छात्र मूकदर्शक बने रहे और कुछ छात्रों ने घटना का वीडियो बनाने का प्रयास किया। सीनियरों ने वीडियो डिलीट करवा दिया। बाद में, चौथे वर्ष के छात्रों ने अतुल को एम्स की इमरजेंसी में भर्ती कराया। हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा है कि छात्र के शरीर पर किसी प्रकार की गंभीर चोट के निशान नहीं मिले हैं।

फेस्ट के दौरान आपसी झगड़े भी बढ़े
इस घटना के अलावा, फेस्ट के दौरान सीनियर छात्रों के विभिन्न समूहों में भी आपसी मारपीट हुई। बताया जा रहा है कि कुछ छात्र शराब के नशे में थे और उन्होंने एक-दूसरे से हाथापाई शुरू कर दी। बीटेक सेकंड ईयर और थर्ड ईयर के छात्रों के समूहों में जमकर मारपीट हुई, जिसमें कुछ छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए।



सुरक्षा की कमी और प्रशासन की चुप्पी
घायल छात्रों के अनुसार, घटना के दौरान विश्वविद्यालय का कोई भी शिक्षक या सुरक्षा गार्ड उपस्थित नहीं था। इस कारण से हालात काबू से बाहर हो गए। परिसर में मौजूद सुरक्षाकर्मी भी छात्रों के सामने असहाय नजर आए। मारपीट के बाद, फेस्ट की तैयारियाँ रोक दी गईं और परिसर में अफरातफरी मच गई।

कुलपति का बयान और अनुशासनात्मक कार्रवाई
इस घटना को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी सैनी ने कहा कि इस मामले में शामिल चार सीनियर छात्रों की पहचान कर ली गई है। सोमवार को अनुशासन समिति इस मामले पर निर्णय लेगी। घायल छात्र को एम्बुलेंस द्वारा एम्स ले जाया गया था और बाद में उसे वापस विश्वविद्यालय लाया गया।

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