कभी भी, कहीं भी सीखें : गोरखपुर विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड होंगे कौशल संवर्धन पाठ्यक्रम

UPT | गोरखपुर विश्वविद्यालय

Oct 16, 2024 13:34

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने अपने विद्यार्थियों के हितों का ध्यान रखते हुए डिजिटल कौशल पाठ्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत छात्रों कभी भी, कहीं भी सीखने का अवसर मिलेगा। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर कौशल संवर्धन पाठ्यक्रम अपलोड होंगे।

Gorakhpur News : दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने घोषणा की है कि वे स्नातक स्तर पर पढ़ाए जाने वाले सभी योग्यता संवर्धन पाठ्यक्रम और कौशल संवर्धन पाठ्यक्रम की अध्ययन सामग्री तथा वीडियो लेक्चर को विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध कराएंगे।

पारंपरिक शिक्षा के साथ कौशल विकास पर जोर
यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मूल सिद्धांतों के अनुरूप है, जिसमें पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ व्यावहारिक कौशल विकास पर भी विशेष बल दिया गया है। विश्वविद्यालय का यह कदम छात्रों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान से लैस करेगा, बल्कि उन्हें वर्तमान रोजगार बाजार की मांगों के अनुरूप तैयार करने में भी सहायक होगा। 


नई व्यवस्था छात्रों के लिए लाभदायक होगी
इस नवीन व्यवस्था के तहत, प्रत्येक स्नातक छात्र को अपने पाठ्यक्रम के प्रथम चार सेमेस्टर में एक कौशल संवर्धन पाठ्यक्रम का अध्ययन करना होगा। इसके अतिरिक्त, पहले तीन सेमेस्टर में एक अतिरिक्त योग्यता संवर्धन पाठ्यक्रम भी शामिल किया गया है। यह व्यवस्था न केवल विश्वविद्यालय परिसर के छात्रों के लिए लाभदायक होगी, बल्कि संबद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को भी इसका लाभ मिलेगा।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने करने का प्रयास
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने इस पहल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में दक्षता और कौशल विकास पाठ्यक्रमों को विशेष महत्व दिया गया है। हमारा यह प्रयास छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें रोजगार के लिए बेहतर ढंग से तैयार करने में सहायक होगा। 

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यह निर्णय पूर्व में चलाए जा रहे सहपाठ्यक्रम और सप्ताहांत पाठ्यक्रमों की कमियों को दूर करने का एक प्रयास है। पहले इन पाठ्यक्रमों के नियमित अध्ययन-अध्यापन की कोई व्यवस्था नहीं थी, जिससे छात्रों को परीक्षा में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। कई बार, मुख्य विषयों में उत्तीर्ण होने के बावजूद, छात्र इन पाठ्यक्रमों में असफल होने के कारण अगले वर्ष में प्रवेश नहीं पा पाते थे।

विश्वविद्यालय की डिजिटल पहल का लाभ
विश्वविद्यालय की यह डिजिटल पहल न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाएगी, बल्कि छात्रों को अपनी सुविधानुसार सीखने का अवसर भी प्रदान करेगी। ऑनलाइन उपलब्ध अध्ययन सामग्री और वीडियो लेक्चर छात्रों को किसी भी समय, कहीं से भी अपने पाठ्यक्रम का अध्ययन करने में सक्षम बनाएंगे।

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