सड़क दुर्घटनाओं को रोकने की नई पहल : गोरखपुर में खुलेगा यूपी का दूसरा टू व्हीलर राइडिंग ट्रेनिंग स्कूल, सीएम योगी करेंगे शुभारंभ

UPT | Yogi Adityanath

Sep 10, 2024 16:37

नगर निगम और हीरो मोटो कार्प लिमिटेड (एचएमसीएल) मिलकर शहर में एक नया टू व्हीलर राइडिंग ट्रेनिंग स्कूल स्थापित करने जा रहे हैं...

Short Highlights
  • गोरखपुर में बनेगा प्रदेश का दूसरा टू व्हीलर राइडिंग ट्रेनिंग स्कूल
  • सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए की गई पहल
  • एचएमसीएल उठाएगा खर्च
Gorakhpur News : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में नगर निगम और हीरो मोटो कार्प लिमिटेड (एचएमसीएल) मिलकर शहर में एक नया टू व्हीलर राइडिंग ट्रेनिंग स्कूल स्थापित करने जा रहे हैं। यह प्रदेश का दूसरा ऐसा स्कूल होगा जो सड़क पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लोगों को यातायात नियमों की जानकारी देगा। इसके लिए नगर निगम ने वायु सेना केंद्र लोको शेड के पास तीन एकड़ जमीन एचएमसीएल को निशुल्क उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। 

सड़क दुर्रघटनाओं को रोकने के लिए नई पहल
बता दें कि एचएमसीएल इस स्कूल के निर्माण, रख-रखाव और संचालन की जिम्मेदारी सीएसआर फंड से उठाएगा। इस प्रोजेक्ट के बारे में जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में औपचारिक करार किया जाएगा। जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर रोकथाम लगाने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है।



ट्रेनिंग स्कूल के लिए स्थान का चुनाव
इस संबंध में जानकारी देते हुए अपर नगर आयुक्त निरंकार सिंह ने बताया कि एचएमसीएल ने टू व्हीलर राइडिंग ट्रेनिंग स्कूल के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर ली है। यह स्कूल लखनऊ के बाद प्रदेश में दूसरा होगा और वाराणसी में भी एक समान स्कूल खोलने की योजना है। पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस नगर में जमीन की पहचान की गई थी, लेकिन कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण वायु सेना केंद्र लोको शेड के पास की जगह को चुना गया है।
पांच दिन का निशुल्क प्रशिक्षण
एचएमसीएल के सीनियर मैनेजर राकेश पटेल ने बताया कि इस ट्रेनिंग स्कूल में स्कूल और कॉलेज के छात्रों, सरकारी कर्मचारियों को पांच दिन का निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसमें ड्राइविंग ट्रैक, रोड साइनेज, चहारदीवारी, गार्ड रूम, सिमुलेटर रूम, व्हीकल स्टोरेज रूम और टॉयलेट ब्लॉक के साथ एक ऑफिस बिल्डिंग भी शामिल होगी।
एचएमसीएल उठाएगा खर्च
नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा प्रभावित दो पहिया वाहन चालक होते हैं। इसलिए उनकी राइडिंग स्किल को बेहतर बनाना अत्यंत आवश्यक है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए टू व्हीलर राइडिंग ट्रेनिंग स्कूल स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इस प्रोजेक्ट में नगर निगम किसी भी प्रकार का फंड खर्च नहीं करेगा। यह सभी खर्चे एचएमसीएल के सीएसआर फंड से होंगे।

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