महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन वैज्ञानिक सत्रों में विशेषज्ञों ने आयुर्वेद और योग की धरोहर को आगे बढ़ाने में नाथपंथ की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। इजराइल की अनत लेविन ने प्रसूति संबंधी बीमारियों में आयुर्वेद की प्रभावशीलता को साझा किया।