डीडीयू में सैमसंग ने लगाई प्रदर्शनी : कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सीएम योगी, छात्रों को बांटे प्रमाण पत्र

UPT | कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सीएम योगी

Sep 21, 2024 20:47

सीएम योगी शनिवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में सैमसंग इनोवेशन कैंपस द्वारा आयोजित प्रमाणपत्र वितरण समारोह में संबोधित किया।

Short Highlights
  • डीडीयू में सैमसंग ने लगाई प्रदर्शनी
  • शामिल होने पहुंचे सीएम योगी
  • छात्रों को बांटे प्रमाण पत्र
Gorakhpur News : सीएम योगी शनिवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में सैमसंग इनोवेशन कैंपस द्वारा आयोजित प्रमाणपत्र वितरण समारोह में संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गोरखपुर विश्वविद्यालय और आईटीएम (इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट) के बीटेक के करीब 600 छात्र-छात्राओं को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से आठ छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 2017 और उससे पहले के उत्तर प्रदेश की परिस्थितियों से आहत दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी सैमसंग नोएडा की अपनी यूनिट बंद करना चाहती थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने सैमसंग के अधिकारियों को बुलाकर बातचीत की और उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान कराया जाएगा। ऐसा किया गया और 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने सैमसंग द्वारा बनाई गई दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री का उद्घाटन किया।

यूपी को बताया निवेश का गंतव्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुशासन के बल पर उत्तर प्रदेश निवेश का सबसे आकर्षक गंतव्य बना है और यह देश का सबसे बड़ा मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग राज्य है। भारत में बनने वाले मोबाइल फोन में 55 प्रतिशत की हिस्सेदारी अकेले यूपी की है। देश में बनने वाले 60 प्रतिशत मोबाइल कम्पोनेंट भी उत्तर प्रदेश में ही बनते हैं। यह यूपी में निहित संभावनाओं की क्षमता है कि सैमसंग ने दुनिया का पहला मोबाइल डिस्प्ले यूनिट चीन से भारत और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में स्थापित किया। आज प्रदेश विकास और निवेश के अभियान का एक बड़ा हिस्सा बनकर उभर रहा है। मुख्यमंत्री ने इनोवेशन कैम्पस के लिए सैमसंग की सराहना की और अपेक्षा जताई कि जिन छात्रों को प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है, उन्हें सैमसंग की नोएडा यूनिट का भ्रमण भी कराया जाना चाहिए। इससे सैमसंग इनोवेशन कैम्पस से प्रशिक्षण प्राप्त 3500 छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान के साथ इंडस्ट्री की चुनौतियों को समझने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब तक इंस्टिट्यूट से मिले ज्ञान को इंडस्ट्री से नहीं जोड़ा जाएगा, तब तक प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया मिशन को सफलता मिलने में कठिनाई होगी। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिन पाठ्यक्रमों को जोड़ा गया है, वे सभी न्यू एज कोर्स हैं जो आज ग्लोबल मार्केट की आवश्यकता हैं।

मार्केट की मैपिंग को बताया जरूरत
सीएम योगी ने कहा कि डिमांड के अनुरूप सप्लाई के लिए आज के दौर की सबसे बड़ी जरूरत मार्केट की मैपिंग करना है। यदि हम समाज की आवश्यकता के अनुसार मार्केट की मैपिंग नहीं करेंगे, तो बेरोजगारों की फौज तैयार कर लेंगे। इसलिए यह आवश्यक है कि हमारे शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान ऐसे कोर्स तैयार करें जो युवाओं को अगले 20-25 वर्षों तक पैरों पर खड़ा कर सकें। इसके लिए संस्थानों को क्षेत्रीय, देश और दुनिया की आवश्यकता के अनुरूप मैपिंग कराकर कोर्स चलाने होंगे क्योंकि रटी-रटाई बातों को लेकर चलने का परिणाम यह होगा कि हम पिछड़ जाएंगे। सीएम योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना के जरिए सरकार आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को शिक्षण संस्थानों के कैम्पस से ही साकार करने जा रही है। कैम्पस में ही ट्रेनिंग दिलाकर युवाओं को नौकरी दिलाने या स्टार्टअप शुरू करने की गारंटी दी जाएगी। इस योजना में फाइनल ईयर के छात्र के प्रोजेक्ट वर्क को किसी इंडस्ट्री में इंटर्नशिप से जोड़ा जाएगा। इसमें छात्र को आधा मानदेय सरकार और आधा मानदेय संबंधित इंडस्ट्री द्वारा दिया जाएगा।

लकीर के फकीर बनने से बचने की सलाह
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं अन्य शिक्षण संस्थानों का आह्वान किया कि वे सोशल इम्पैक्ट स्टडी (सामाजिक प्रभाव अध्ययन) करें, क्योंकि कोई भी निवेशक किसी क्षेत्र में यूनिट लगाने या निवेश करने के लिए उस क्षेत्र के सामाजिक प्रभावों को परखता है। सरकार इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च करती है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में बाढ़ के कारण और समाधान को लेकर या फिर यहां के इतिहास पर सोशल इम्पैक्ट स्टडी की जा सकती है। इसके लिए सरकार पैसा देगी। इससे विश्वविद्यालय और संस्थानों को अतिरिक्त आय होगी और छात्रों को नया अनुभव मिलेगा। उन्होंने कहा कि लकीर के फकीर बनने की बजाय हमें नवाचार पर ध्यान देना होगा।

2017 से पहले के समय को बताया असुरक्षित
सीएम योगी ने कहा कि यूपी आज विकास और निवेश के बड़े अभियान का हिस्सा बन रहा है। 2017 में जब उनकी सरकार आई तो निवेश के लिए प्रयास शुरू किए गए। उन्होंने कहा कि सुशासन की पहली शर्त होती है सुरक्षा। 2017 के पहले जब यूपी में व्यक्ति ही सुरक्षित नहीं था, तो उसकी पूंजी कैसे सुरक्षित रहती? इसे देखते हुए सरकार ने अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई। छह माह की कवायद के बाद इसमें लगी टीम ने बताया कि 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश हो पाएगा। कारण पूछने पर बताया गया कि यूपी इतना बदनाम था कि यहां कौन निवेश करने आना चाहेगा। पर सरकार ने कानून व्यवस्था मजबूत करने के साथ अलग-अलग 27 सेक्टर के लिए पॉलिसी बनाई। किसी भी राज्य में इतनी तरह की पॉलिसी नहीं है। निवेश मित्र पोर्टल के जरिए 450 तरह की एनओसी के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया। निवेश सारथी से एमओयू मॉनिटरिंग की व्यवस्था की और उत्पादन के बाद ऑनलाइन इंसेंटिव देने की व्यवस्था की। इसका परिणाम है कि जिस प्रदेश में मुश्किल से 20 हजार करोड़ का निवेश हो रहा था, वहां 2023 में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। इन प्रस्तावों का सीधा अर्थ है दो करोड़ युवाओं को रोजगार की गारंटी। उन्होंने कहा कि इस रोजगार की संभावना के अनुरूप युवाओं को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने के लिए सरकार स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत दो करोड़ टैबलेट और स्मार्टफोन का वितरण करने का अभियान भी शुरू कर चुकी है।

सेमीकॉन इंडिया के सफल आयोजन को सराहा
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में हुए सेमीकॉन इंडिया के सफलतम आयोजन में भारत को सेमी कंडक्टर बनाने के लिए तीन निवेश प्रस्ताव मिले। इनमें से तीन प्रस्ताव यूपी के लिए हैं, जिसमें एक-एक निवेश में एक लाख जॉब मिलेंगे। सीएम योगी ने छात्रों को सफलता हासिल करने का मंत्र देते हुए कहा कि परिश्रम की पराकाष्ठा पर पहुंचें। छह घंटे की बजाय 12 से 14 घंटे काम करने की आदत डालें। कार्य कमजोर नहीं करता है, बल्कि कुछ न कुछ सिखाता है। अधिक कार्य करके ही आप पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया को मजबूत कर पाएंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि सैमसंग इनोवेशन कैम्पस के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से हमारे युवा रोजगार के नए अवसरों से जुड़ने और डिजिटल इकॉनमी का हिस्सा बनने को तैयार हैं। उन्होंने युवाओं के हित में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि सीएम योगी युवाओं के कौशल विकास, शिक्षा और रोजगार के लिए नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रशिक्षण से एक नई यात्रा की शुरुआत कर ये युवा अपने कौशल से समाज और राष्ट्र के निर्माण में भी योगदान देंगे।

सैमसंग साउथ वेस्ट एशिया के प्रेसिडेंट रहे मौजूद
इस अवसर पर सैमसंग साउथ वेस्ट एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ जेबी पार्क ने उत्तर प्रदेश को निवेश प्रदेश के रूप में परिवर्तित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुक्त कंठ से सराहना की। श्री पार्क ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर पर फोकस कर सीएम योगी ने यूपी को निवेश का हब बना दिया है। उनका मजबूत नेतृत्व और जीरो टॉलरेंस की नीति बेहद प्रशंसनीय है। सीएम योगी ने युवाओं की शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार के क्षेत्र में बहुत गंभीरता से ध्यान दिया है। उन्होंने सैमसंग को यूपी में सपोर्ट करने के लिए भी मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। श्री पार्क ने बताया कि सैमसंग इनोवेशन कैम्पस में कुल 3500 युवाओं में दो तिहाई युवा यूपी के हैं। यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि भविष्य के नेतृत्वकर्ताओं को तैयार करने की पहल है। कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त तीन छात्रों ने अपने अनुभव भी साझा किए।

डीडीयू के 350 छात्र हुए शामिल
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) की सीईओ डॉ. अभिलाषा गौड़ ने बताया कि प्रशिक्षण का यह कार्यक्रम गोरखपुर विश्वविद्यालय, सैमसंग, ईएसएससीआई और स्वदेश की तरफ से आयोजित हुआ है। इनमें करीब 350 विद्यार्थी डीडीयू और 250 आईटीएम के शामिल रहे। सैमसंग के इस सीएसआर पहल से छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), कोडिंग, बिग डाटा और इंटरनेट ऑफ थिंग्स सीखने का मौका मिला। गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रों में से कोडिंग और प्रोग्रामिंग में 150, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में 100, बिग डाटा में 50 और इंटरनेट ऑफ थिंग्स में 50 छात्रों को प्रमाण पत्र दिए गए हैं। साल के अंत में सैमसंग टॉपर्स छात्रों को एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार और अपने विशिष्ट उत्पाद प्रदान करेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दीक्षा भवन की गैलरी में गोरखपुर विश्वविद्यालय, आईटीएम के छात्रों द्वारा तथा सैमसंग की तरफ से लगाई गई प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

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