झांसी में लू का कहर : 3 लोगों की मौत, अस्पतालों में मरीजों की संख्या में उछाल

UPT | अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ी।

Jun 04, 2024 02:09

जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में भीषण गर्मी के कारण बुजुर्ग किसान, ट्रक चालक सहित तीन लोगों की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। वहीं, जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में रविवार को उल्टी, दस्त और बुखार से पीड़ित 56 मरीज भर्ती हुए, जिनका इलाज चल रहा है।

Jhansi News : झांसी में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। तेज धूप और लू के चलते रविवार को तीन लोगों की जान चली गई। मृतकों में एक बुजुर्ग किसान, एक ट्रक चालक और एक युवक शामिल हैं। वहीं, अस्पतालों में उल्टी, दस्त, बुखार और चक्कर आने की समस्या से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में रविवार को 56 मरीज भर्ती हुए।

मऊरानीपुर में किसान की मौत
मऊरानीपुर के ग्राम हरपुरा निवासी 80 वर्षीय दूराम कुशवाहा अपने खेत पर बागवानी कर रहे थे। इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई और वह खेत पर ही बेहोश हो गए। परिजन उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि तेज धूप में काम करने के चलते दूराम कुशवाहा बीमार पड़ गए, जिससे उनकी मौत हो गई।

ट्रक चालक की मौत
बड़ागांव थाना क्षेत्र के गोरामछिया निवासी 35 वर्षीय ट्रक चालक की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। साथी ने बताया कि वह भाड़ा छोड़कर झांसी लौटा था। घर जाने से पहले ट्रक में डीजल भरवाने के लिए रुका तो इसी दौरान उसे उल्टियां होने लगीं और इलाज के लिए जाते समय रास्ते में ही दम ताेड़ दिया।

इकलौते बेटे की मौत
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के महावीरन निवासी 36 वर्षीय राकेश शनिवार को अपने घर के बाहर बैठा था। इसी दौरान उसे उल्टी होने लगी। परिजन राकेश को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे और भर्ती कराया। लेकिन, रविवार को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने बताया कि राकेश छह बहनों में इकलौता भाई था। उसकी अभी शादी भी नहीं हुई थी।

अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या
जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में रविवार को उल्टी, दस्त, बुखार, सिर दर्द और चक्कर आने की समस्या से पीड़ित 56 मरीजों को भर्ती किया गया है।

चिकित्सा विभाग का कहना
मंडलीय प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रमोद कुमार कटियार ने बताया कि अस्पताल में गर्मी में बीमार होने वालों के लिए जरूरी प्रबंध करने के साथ ही स्टाफ को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। साथ ही सभी जरूरी दवाएं अस्पताल में मौजूद हैं। 

Also Read