बीडा का विस्तार : खैरा और किल्चवारा बुजुर्ग की जमीनें होंगी अधिग्रहित

UPT | बीडा प्रोजेक्ट झांसी

Jun 16, 2024 03:22

झांसी में बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) के विस्तार को नई दिशा मिलने जा रही है। खैरा और किल्चवारा बुजुर्ग गांवों की जमीनें अब बीडा के अधीन होंगी, दर निर्धारण समिति की मंजूरी के बाद सोमवार से बैनामे की प्रक्रिया शुरू होगी। औद्योगिक विकास के इस महत्वपूर्ण कदम से झांसी में आर्थिक प्रगति को नई गति मिलेगी।

Jhansi News : बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) ने झांसी के औद्योगिक विकास में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब खैरा और किल्चवारा बुजुर्ग गांवों की जमीनें बीडा के अधीन ली जाएंगी। दर निर्धारण समिति ने इन दोनों गांवों की जमीनों की दरों पर सहमति जताई है, और सोमवार से इन गांवों की जमीनों के बैनामे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस निर्णय से बीडा के औद्योगिक विस्तार को और गति मिलेगी।   बीडा का औद्योगिक शहर नोएडा की तर्ज पर झांसी में औद्योगिक शहर के रूप में बीडा को विकसित किया जा रहा है। इसके लिए सदर तहसील के 33 गांवों की 14,225 हेक्टेअर जमीन अधिग्रहित की जानी है। अब तक 19 गांवों की 550 हेक्टेअर जमीन बीडा के पक्ष में ली जा चुकी है, जिनमें सारमऊ, अंबावाय, ढिकौली, रमपुरा, गुढ़ा, किल्चवारा खुर्द, गेवरा, बैदोरा, राजापुर, खजराहा बुजुर्ग, बसाई, डोंगरी, चमरौआ, मठ, परासई, खजराहा खुर्द, अमरपुर, कोटखेरा और डोगामोर शामिल हैं। इसके एवज में काश्तकारों को पांच अरब रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है।   नई जमीनों की खरीद प्रक्रिया अब खैरा और किल्चवारा बुजुर्ग गांवों की जमीनें अधिग्रहित की जाएंगी। सब रजिस्ट्रार सुभाष चंद्र ने बताया कि एक-दो दिनों के भीतर इन गांवों की जमीनों की अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। दर निर्धारण समिति ने इन जमीनों की दरें तय कर दी हैं, जिससे जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को सरलता मिलेगी। यह कदम बीडा के औद्योगिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का संकेत है, जो आने वाले समय में झांसी और इसके आसपास के क्षेत्रों में औद्योगिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। 

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