Indian Rail: AI तकनीक से जानवरों को ट्रेन की चपेट में आने से रोका जाएगा, 500 मीटर दूर जानवर का वीडियो ड्राइवर को दिख जाएगा

UPT | ट्रेन

May 23, 2024 14:59

रेलवे आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल करने जा रहा है। इस तकनीक से जानवरों को ट्रेन की चपेट में आने रोका जा सकता है। ट्रेन ड्राइवर को आधा किलोमीटर से उसके लोकेशन का पता चल  जाएगा। इंजन में लगी स्क्रीन में उसका वीडियो आ जाएगा। 

Kanpur News: रेलवे अब आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का सटीक इस्तेमाल करने जा रहा है। देशभर में प्रतिदिन ट्रेन की चपेट में आने से सैकड़ो जानवरों की मौत हो जाती है। जानवरों को ट्रेन की चपेट में आने से बचाने के लिए AI तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड ने AI मॉडल विकसित किया है। इस तकनीक को रेलवे को देकर ट्रायल की तैयारी की जा रही है। AI के जरिए ट्रेन के ड्राइवर को 500 मीटर पहले ही पता चल जाएगा कि पटरियों के पास कोई जानवर है।

AI तकनीक के जरिए जानवरों को ट्रेन की चपेट में आने से बचाया जाएगा। इस तकनीक का सबसे ज्यादा फायदा दुर्गम—जंगली इलाकों में मिलेगा। पहाड़ी इलाकों में पटरियों के दोनों तरफ दीवारें या ​फेंसिंग करना संभव नहीं होता है। इसके साथ ही सबसे खास यह है कि अब फेंसिंग और दीवारों की मरम्मत की भी जरूरत नहीं पड़ेगी, और खर्च भी कम होगा। यूपी, उत्तराखंड, हिमांचल, एमपी जैसे राज्यों में जानवरों की ट्रेनों से होने वाली भिड़त भी रुकेगी।

AI के इस्तेमाल से क्या होंगे फायदे
आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक का इस्तेमाल करने से पटरियों के दोनों तरफ बाउंड्रीवाल और फेंसिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी। इनकी मरम्मत का खर्च भी बचेगा। ट्रेन ड्राइवर इंजन में बैठकर वीडियो देख सकता है। इसके साथ इसका लाभ कोहरे में भी देखने को मिलेगा। जंगली इलाकों में पटरियों और अगल—बगल जानवरों के साथ पटरियों पर किसी भी रोड़े की जानकारी लोको पायलट को जानकारी देकर हादसे को रोकगा।

इस तकनीकि से हादसे रुकेंगे
उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ हिमांशू शेखर उपाध्याय के मुताबिक रेलवे सुरक्षा और संरक्षा को जोर देने वाली हर तकनीक को अपना रहा है। AI तकनीकि रेलवे को हस्तांतरित होने से दुर्गम इलाकों में जानवरों का अलर्ट ट्रेन ड्राइवर को मिलने से हादसे रुकेंगे।
 

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