कानपुर में नजूल भूमि पर कब्जे का मामला : 1000 करोड़ की जमीन में अमित सिंह का नाम आया सामने, ठगी का आरोप

UPT | अमित सिंह

Aug 16, 2024 00:09

कानपुर के सिविल लाइन स्थित नजूल की एक हजार करोड़ रुपये की जमीन पर कब्जा करने के मामले में एक चौकाने वाला नाम सामने आया है।

Kanpur News : कानपुर के सिविल लाइन स्थित नजूल की एक हजार करोड़ रुपये की जमीन पर कब्जा करने के मामले में एक चौकाने वाला नाम सामने आया है। पुलिस की तफ्तीश के दौरान अब अमित सिंह और मीतू का नाम इस भूमि कब्जा कांड में शामिल पाया गया है। अमित सिंह, जो कि राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के महानगर मंडल के संरक्षक हैं, राजा भैया के करीबी माने जाते हैं। इस मामले में पुलिस ने अमित सिंह उर्फ मीतू को पूछताछ के लिए कोतवाली बुलाया था, लेकिन थोड़ी देर बाद ही उन्हें छोड़ दिया गया।

अमित सिंह का नाम आया सामने
अमित सिंह ने खुद को बचाने के लिए मुख्य आरोपी हरेंद्र मसीह पर ठगी का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर और डीएम को प्रार्थना पत्र भी सौंपा है, जिसमें उन्होंने दावा किया कि हरेंद्र मसीह ने उन्हें गुमराह करके पैसे लिए हैं। 

1000 करोड़ की जमीन का मामला
इससे पहले, सिविल लाइन में नजूल की 1000 करोड़ रुपये की जमीन पर कब्जा करने के मामले में कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को पुलिस ने जेल भेज दिया था। जांच के दौरान सामने आया कि इस जमीन पर कब्जा करने के लिए आनंदेश्वर एसोसिएट का गठन किया गया था। इसी के जरिए अवनीश को पावर ऑफ अटॉर्नी देने वाले हरेंद्र मसीह को 25 लाख रुपये का भुगतान किया गया था।



यह है पूरा मामला
जांच में यह भी पता चला कि आनंदेश्वर एसोसिएट में काकादेव निवासी और पूर्व विधायक दिवंगत अजीत सिंह के बेटे अमित कुमार सिंह उर्फ मीतू सिंह शाइनिंग अथॉरिटी के रूप में शामिल थे। अमित कुमार सिंह के जरिए ही इस पूरे मामले में पैसे का लेनदेन किया गया। हालांकि, अमित सिंह ने दावा किया है कि उन्हें इस भूमि के नजूल की स्थिति के बारे में जानकारी नहीं थी और इस कारण वह आनंदेश्वर एसोसिएट से जुड़े और हरेंद्र मसीह को 25 लाख रुपये दिए थे। उन्होंने यह भी कहा कि उनका इस पूरे कब्जा कांड में कोई लेना-देना नहीं है और यही बयान उन्होंने पुलिस की पूछताछ में भी दर्ज कराया है।

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