कानपुर शहर वासियों के लिए एक बड़ी जानकारी निकलकर सामने आई है।अगर कोई बुजुर्ग जिसका अभी तक आयुष्मान कार्ड नहीं बना है। वह अब आयुष्मान कार्ड बनवा सकेगा।इसको लेकर कल बुधवार को दुर्गा प्रसाद विद्या निकेतन में कैंप आयोजित किया जाएगा।
Jan 21, 2025 09:14
कानपुर शहर वासियों के लिए एक बड़ी जानकारी निकलकर सामने आई है।अगर कोई बुजुर्ग जिसका अभी तक आयुष्मान कार्ड नहीं बना है। वह अब आयुष्मान कार्ड बनवा सकेगा।इसको लेकर कल बुधवार को दुर्गा प्रसाद विद्या निकेतन में कैंप आयोजित किया जाएगा।
Kanpur News: कानपुर शहर वासियों के लिए एक बड़ी जानकारी निकलकर सामने आई है।अगर कोई बुजुर्ग जिसका अभी तक आयुष्मान कार्ड नहीं बना है। वह अब आयुष्मान कार्ड बनवा सकेगा।इसको लेकर कल बुधवार को दुर्गा प्रसाद विद्या निकेतन में कैंप आयोजित किया जाएगा। इसमें 70 वर्ष या इससे अधिकआयु वाले बुजुर्गों का आयुष्मान कार्ड निशुल्क बनाया जाएगा।शिविर के दौरान कार्ड बनवाने वाले लोगों को अपने साथ अपनी आईडी भी लानी पड़ेगी।
आयुष्मान बनवाने को लेकर आयोजित होगा कैम्प
बता दें कि काफी समय से 70 साल या उससे अधिक आयु वाले बुजुर्गों के लिए आयुष्मान कार्ड बनवाने को लेकर आदेश जारी हुए थे।जिसको लेकर बुजुर्गों में आयुष्मान बनवाने को लेकर काफी इंतजार था। जो अब खत्म हो गया है,क्योंकि दुर्गा प्रसाद विद्या निकेतन गुजैनी में कल 11:00 से आयुष्मान कार्ड बनवाने को लेकर शिविर लगेगा।शिविर में कार्ड बनवाने वाले लोग आधार कार्ड और मोबाइल नंबर अवश्य लाए,जिन लोगो का मोबाइल नंबर बंद हो गया है वह भी आधार कार्ड में नया नंबर अपडेट कर ले और केंद्र पर लेकर आए।शिविर का शुभारंभ यूपीसिडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मयूर माहेश्वरी करेंगे।विधा निकेतन के संस्थापक अध्यक्ष पं केए दुबे पद्मेश ने बताया कि आयुष्मान कार्ड नहीं होने से बुजुर्गों को उनके इलाज के में दिक्कत आती है।इसे देखते हुए यह कैंप आयोजित किया जा रहा है।
घर घर किया जा रहा है संपर्क
इस शिविर तक बुजुर्ग दंपतियों को लाने के लिए वार्ड मित्र कृष्ण सिंह व उनकी टीम घर-घर जाकर सभी लोगों से संपर्क कर रही है। इसके अलावा सभी पेंशनर्स संगठनों और सामाजिक संगठनों से भी अपील की गई है कि वह अपने आसपास के ऐसे बुजुर्ग महिला व पुरुष को शिविर में लेकर आए जिनका आयुष्मान कार्ड अभी नहीं बन पाया है।शिविर में सीएमओ के नेतृत्व में चिकत्सकों और कर्मचारियों की एक टीम मौजूद रहेगी।