Kanpur News : आसरा आवास स्कीम में मृतकों को भी मिल गए घर, फंसी अफसरों की गर्दन तो...

UPT | आसरा आवास स्कीम में मृतकों को भी मिल गए घर।

Sep 21, 2024 15:44

कानपुर के घाटमपुर तहसील क्षेत्र से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। जहां आवास के नाम पर गड़बड़ी सामने आई है। लेखपालों ने आवेदक के घर गए बगैर बैठे बैठे सत्यापन रिपोर्ट बना दी। जिसके चलते ऐसे लोगों...

Kanpur News : कानपुर के घाटमपुर तहसील क्षेत्र से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। जहां आवास के नाम पर गड़बड़ी सामने आई है। लेखपालों ने आवेदक के घर गए बगैर बैठे बैठे सत्यापन रिपोर्ट बना दी। जिसके चलते ऐसे लोगों को आवास आवंटन हो गए, जिनकी मृत्यु पहले ही हो चुकी है। कई ऐसे लोग भी लाभार्थी बन गए, जिनके अपने पक्के मकान बने हुए हैं। ये गड़बड़ी आसरा आवास योजना में हुई है।

ऐसे हुआ सत्यापन
जानकारी के अनुसार, घाटमपुर नगर पालिका क्षेत्र में जहानाबाद रोड पर 840 आसरा आवासों का निर्माण डूडा द्वारा कराया गया है। यह आवास गरीबी रेखा के नीचे वाले ऐसे लोगों को आवंटित होने हैं, जिनके पास रहने के लिए छत नहीं है। इसी को लेकर लोगों ने आवेदन किया था। आवेदनों का सत्यापन पहले लेखपालों से कराया गया। जिसमें 677 लोग पात्र पाए गए। फिर दूसरा सत्यापन पालिका ने कराया तो इनकी संख्या 493 बची। बाद में तहसीलदार, नायब तहसीलदार व पालिका ईओ की देखरेख में लेखपालों से तीसरा सत्यापन कराया गया। इसके बाद निकले 273 पात्रों को बुधवार के दिन तहसील में कार्यक्रम कर लॉटरी के माध्यम से आवास आवंटित कर दिए गए। 

मृतकों को भी आवास का आवंटन
अब 273 लोगों को आवास आवंटित हुए, जिनमें कई ऐसे लोग हैं, जिनकी मृत्यु पहले ही हो चुकी है। इनमें एक पात्र निमाजन पत्नी गुलाम रसूल निवासी जवाहर नगर पश्चिमी की डेढ़ साल पहले मौत हो चुकी है। दूसरे पात्र अनिल कुमार पुत्र प्रेम शंकर निवासी कृष्णा नगर की 25 दिन पहले ही मौत हो चुकी है। अब सवाल उठता है कि आवंटन कार्यक्रम के एक सप्ताह पहले शुरू हुए तीसरे सत्यापन में लेखपालों ने ऐसे लोगों को कैसे आवास आवंटित कर दिए, जो इसके पात्र ही नहीं थे। इससे स्पष्ट है कि इन जिम्मेदारों ने बिना सत्यापन के ही मनमाने ढंग से लोगों को आवास आवंटित किए हैं। जिनकी मृत्यु हो गई है या जिनके पक्के मकान हैं, उन्हें भी आवास का आवंटन किया गया है। 
 
दोषियों पर होगी कार्रवाई
घाटमपुर के एसडीएम यादुवेंद्र सिंह वैश्य ने बताया कि अगर आसरा आवास के आवेदनकर्ता की मौत हो गई है और उसके बाद भी उसको आवास का आवंटन हो गया है तो मामले की जांच की जाएगी। जांच के बाद घर में जो मुखिया होगा, उसके नाम आवंटन किया जाएगा। सत्यापन में जिसके द्वारा गलती की गयी है, उसकी भी जांच करवाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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