Kanpur News : नगर-निगम में झांडू लेकर पहुंची कांग्रेस पार्षद, जमकर किया हंगामा, क्या हुआ एक्शन...

UPT | कांग्रेस महिला पार्षद शालू कनौजिया

Mar 11, 2024 18:29

यूपी की कानपुर नगर-निगम सदन में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। वार्ड-14 से कांग्रेस पार्षद शालू कनौजिया सदन में झाड़ू लेकर पहुंच गईं। उन्होंने सदन में झाड़ू लगाना शुरू किया, तो जमकर...

Kanpur News : यूपी की कानपुर नगर-निगम सदन में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। वार्ड-14 से कांग्रेस पार्षद शालू कनौजिया सदन में झाड़ू लेकर पहुंच गईं। उन्होंने सदन में झाड़ू लगाना शुरू किया, तो जमकर हंगामा हो गया। महिला पुलिसकर्मी और महिला कर्मचारी उन्हें पकड़कर सदन से बाहर करने लगीं। इस पर महिला पार्षद ने पुलिसकर्मियों को दूर रहने की नसीहत दी। इसके साथ ही सदन में नगर-निगम अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। महापौर प्रमिला पांडेय ने सदन से 6 महीने के निष्कासन का फरमान सुना दिया।

क्या है पूरा मामला
शालू कनौजिया वार्ड-14 से कांग्रेस पार्षद हैं। शालू कनौजिया के पति सुनील कनौजिया भी लगातार दो बार पार्षद रह चुके हैं। किदवई नगर सब्जी मंडी ओ. ब्लॉक को शालू कनौजिया के पति सुनील कनौजिया ने केडीए से नगर-निगम को हस्तांतरण कराया था। जिसमें केडीए ने नगर-निगम को लगभग 09 करोड़ रुपए भी दिए थे। नगर-निगम ने ओ. ब्लॉक सब्जी मंडी को अपने अधिकार में ले लिया। लेकिन, सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की गई है।

तैनात नहीं किए जा रहे सफाई कर्मचारी 
पार्षद जब क्षेत्र में जाती हैं, तो उन्हें आम नागरिकों के गुस्से का सामना करना पड़ता है। पार्षद लंबे समय से सफाई कर्मचारी तैनात किए जाने की मांग कर रहीं थीं। लेकिन नगर-निगम की तरफ से सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की गई। इस बात से नाराज होकर पार्षद सदन में झाड़ू लेकर पहुंच गईं। यह बात महापौर और नगर-निगम अधिकारियों को नागवार गुजरी। उन्हें 6 महीने के लिए सदन से निष्कासित कर दिया गया।

अफसरशाही आम जनता पर भारी 
पूर्व पार्षद सुनील कनौजिया ने बताया कि बीते वर्ष 2023 में क्षेत्र के बिजली के खंभों की लाइट खराब पड़ी थी। मार्ग प्रकाश व्यवस्था को ठीक कराने के लिए नगर-निगम अधिकारियों से अपील कर रहीं थीं। लेकिन, उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही थी। इससे नाराज होकर पार्षद शालू कनौजिया खुद खंभे पर चढ़कर स्ट्रीट लाइट सुधारने लगीं थीं। इस घटना के बाद से नगर-निगम के अधिकारी पार्षद से नाराज चल रहे हैं। आरोप है कि अफसरशाही आम जनता पर भारी पड़ रही है।

Also Read