कन्नौज रेप कांड: पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब की मुश्किलें बढ़ी, नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता की शिकायत पर सबसे पहले पहुंची थी पीआरवी, महिला सिपाही के बयान दर्ज

UPT | नवाब सिंह

Dec 19, 2024 15:11

कन्नौज में नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता की शिकायत के कारण बढ़ गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, घटना की जानकारी मिलने के बाद सबसे पहले पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) मौके पर पहुंची थी। इस मामले में शामिल महिला सिपाही के बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं।

Short Highlights
  • पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह पर 15 वर्षीय नाबालिग ने डिग्री कॉलेज में दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
  • पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने नवाब सिंह को कॉलेज से गिरफ्तार किया था।
  • पुलिस ने साक्ष्य मिटाने के आरोप में नवाब के भाई नीलू यादव को सहआरोपी बनाया था।
Kanpur News: यूपी के कन्नौज से पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में बुधवार को पीआरवी के जवानों की पेशी हुई। पीड़िता ने सबसे पहले घटना की सूचना डायल 112 को दी थी। पीआरवी के जवान सबसे पहले घटना स्थल पर पहुंचे थे। पहले पहुंचने वाली महिला सिपाही के बयान कोर्ट में दर्ज किए गए। इसके बाद वैज्ञानिक और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों का अवलोकन किया जाएगा।

जिला एंव सत्र न्यायलय में पॉक्सो कोर्ट में डायल 112 की महिला सिपाही रुचिका चौधरी के बयान दर्ज किए गए। शासकीय अधिवक्ता और बचाव पक्ष के वकीलों ने उनसे कई सवाल किए। बचाव पक्ष की तरफ से कई अधिवक्ताओं को खड़ा किया गया था। आरोपी नवाब सिंह यादव, सह आरोपी नीलू यादव और पीड़िता की बुआ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई।

नवाब सिंह पर रेप का आरोप 
कोतवाली क्षेत्र के नसरापुर स्थित चौधरी चंदन सिंह डिग्री कॉलेज में 15 वर्षीय नाबालिग के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने नवाब सिंह को मौके से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद साक्ष्य मिटाने में उनके छोटे भाई नीलू यादव और पीड़िता की बुआ को अरेस्ट कर जेल भेजा गया था। तीनों आरोपी इस समय जिला कारागार में बंद है।

DNA रिपोर्ट बनेगी फांस 
शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि अगली तारीख पर इलेक्ट्रॉनिक और वैज्ञानिक साक्ष्यों का अवलोकन किया जाएगा। वहीं, पीड़िता के माता-पिता के बयान कोर्ट में दर्ज हो चुके हैं। नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में पुलिस पूरी ताकत से पैरवी कर रही है। नवाब सिंह के गले की सबसे फांस वैज्ञानिक साक्ष्य डीएनए रिपोर्ट को माना जा रहा है।

Also Read