Kanpur News : कानपुर में फिर दिखा कुत्तों का आतंक, काटकर तीन लोगों को किया घायल

UPT | कानपुर में फिर दिखा कुत्तों का आतंक

May 31, 2024 15:29

कानपुर शहर का ऐसा कोई मोहल्ला या गली नहीं है, जहां आवारा कुत्ते न हो। शहर के सड़कों से लेकर छोटे से छोटे गली मोहल्ले में इनका आतंक चल रहा है। जो हर दिन हर मोहल्ले-गली में किसी न किसी को काटते जरुर है।

Kanpur News : कानपुर शहर का ऐसा कोई मोहल्ला या गली नहीं है, जहां आवारा कुत्ते न हो। शहर के सड़कों से लेकर छोटी से छोटी गली मोहल्ले में इनका आतंक चल रहा है। जो हर दिन हर मोहल्ले-गली में किसी न किसी को काटते जरूर हैं। बीते रविवार को ही आवारा कुत्तों ने एक भाई बहन को अपना शिकार बना लिया था जिसमें कुत्ते के काटने से बहन की मौत हो गई थी और भाई घायल है। वहीं अब फिर गोविंदनगर के 5 ब्लॉक में तीन लोगों को कुत्तों ने बुरी तरह काट कर घायल कर दिया है। हालांकि तीनों लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं नगर निगम की बात की जाए तो रविवार को हुई घटना के बाद अगले दिन नगर निगम की तरफ से आवारा कुत्तों को लेकर अभियान चलाया और अगले दिन ही सारा अभियान ठप्प हो गया।

आए दिन लोगों को काट रहे कुत्ते
बता दें कि बीते रविवार को दादानगर स्थित पुल के नीचे कुत्ते के काटने से 5 साल की खुशी की मौत का मामला शांत नहीं हो पाया था कि एक बार फिर से गोविंदनगर में कुत्तों ने तीन लोगों को काट कर घायल कर दिया। क्षेत्रीय लोगों ने मामले की शिकायत क्षेत्रीय पार्षद से की है। लोगों ने बताया कि कुत्तों के आतंक से हम लोग घरों में रहने के लिए मजबूर हैं। गोविंद नगर 3 ब्लॉक निवासी गिरजाशंकर शुक्ला ने बताया कि सुबह वह बच्चों को स्कूल लेने जा रहे थे। ब्लॉक में 5 कुत्तों ने उनके पैर पर हमला करते हुए उन्हें जख्मी कर दिया। जिसके बाद आसपास के लोगो ने डंडा लेकर किसी तरह कुत्तों को भगाया।

मीट की दुकान पर लगता है जमावड़ा
वहीं हरिचरन विश्वकर्मा और राजेश कुमार को भी कुत्तों ने अपना शिकार बना लिया। पीड़ितों ने बताया कि वह निजी काम से घर से बाहर निकले उसी दौरान कुत्तों ने उन पर हमला कर घायल कर दिया। क्षेत्रीय लोगों ने मामले की शिकायत क्षेत्रीय पार्षद सरोज चड्ढा से की है। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि पास में ही मीट की दुकान है जिसके चलते कुत्तो का जमावड़ा लगा रहता है। मीट खाने से कुत्ते खूंखार होते जा रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि कुत्तों के आतंक से मजबूरन घर में कैद रहना पड़ता है। रविवार को हुई घटना के बाद अगले दिन नगरनिगम ने अगले दिन कुत्तों को पकड़ने के लिये अभियान जरूर चलाया था लेकिन उसके बाद किसी तरह का कोई अभियान नहीं दिखा।

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