Kanpur News : आईआईटी से पीएचडी कर रही छात्रा ने किया सुसाइड,मरने से पहले सभी को लिखा थैंक्स

UPT | मृतिका व उसके परिजन

Oct 10, 2024 17:44

आईआईटी कानपुर में एक बार फिर से सुसाइड का मामला सामने आया है। जहां आईआईटी से पीएचडी कर रही छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली।छात्रा अर्थ साइंड से पीएचडी फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रही थी।

Kanpur News : आईआईटी कानपुर में एक बार फिर से सुसाइड का मामला सामने आया है।जहां आईआईटी से पीएचडी कर रही छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली।छात्रा अर्थ साइंड से पीएचडी फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रही थी। वही सुबह जब छात्रा का कमरा नही खुला तो सब परेशान हो गए।जिसके बाद जब छात्रा के कमरे का दरवाजा तोड़ा तो छात्रा फांसी के फन्दे पर लटकी हुई थी।जिसके बाद उसके साथियों ने इसकी जानकारी आईआईटी प्रशासन और पुलिस को दी।सूचना पाकर घटनास्थल पर कल्याणपुर थाने की पुलिस व फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

पीएचडी छात्रा ने किया सुसाइड
बता दें कि चकेरी थानाक्षेत्र के सनिगवां सजारी के रहने वाले गोविंद गुप्ता लाला पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स में स्टॉक मैनेजर के पद पर तैनात है। लाला पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स शहर में नामी सुनारों की दुकान में माना जाता है। शहर में घर हाेने के बावजूद वह हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती थी। गुरुवार सुबह कमरा नहीं खुलने पर साथियों ने जानकारी दी। इस पर कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए। तब प्रगति का शव फंदे से लटका मिला। प्रगति के शव को फंदे से लटका देख छात्र-छात्राओं में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही पोस्टमार्टम हाउस में मृतका के पिता व अन्य परिजन भी पहुंचे।वही पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला है।

छात्रा ने सुसाइड से पहले सभी को बोला थेंक्स
पीएचडी छात्रा प्रगति ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा। जिसमें उसने लिखा कि मैं अपनी मौत की खुद जिम्मेदार हूं, इसमें किसी का कोई दोष नहीं। अपने दोस्तों के लिए लिखा आप लोगों में मुझे बहुत कॉपरेट किया, थैंक्स।

वही सूत्रों की माने तो जिस रस्सी से प्रगति ने सुसाइड किया है वह भी उसने ऑनलाइन आर्डर करके मंगाई थी।पुलिस को जांच के दौरान कमरे के एक कोने में ऑनलाइन डिलेवरी का पैकेट पड़ा था,जिसमे रस्सी पैक होकर आई थी।इसको भी बतौर सबूत पुलिस ने कब्जे में लिया है।

इससे पहले भी आ चुके है कई सुसाइड के मामले
वही बात कानपुर आईआईटी की करे तो कैंपस में यह कोई पहला सुसाइड नही इससे पहले भी आईआईटी कैंपस के हॉस्टल में कई छात्र छात्राओं के सुसाइड के मामले सामने आ चुके है।

आईआईटी कानपुर में ये लोग भी कर चुके सुसाइड
◆झारखंड के दुमका की रहने वाली प्रियंका जायसवाल ने 29 दिसंबर को सुसाइड कर लिया था। वह केमिकल इंजीनियरिंग से पीएचडी कर रही थी।

◆आईआईटी कानपुर में उड़ीसा निवासी फैकल्टी सदस्य पल्लवी चिल्का ने भी आत्महत्या कर ली थी।

◆बीते जनवरी माह 2024 में पीएचडी छात्र विकास मीणा ने भी फांसी लगाकर जान दे दी थी।

◆2022 में वाराणसी निवासी पीएचडी छात्र प्रशांत सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

◆2021 में संस्थान में असिस्टेंट रजिस्ट्रार सुरजीत दास ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

◆2020 में आईआईटी के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर प्रमोद सुब्रमण्यन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

◆2019 में सिक्योरिटी गार्ड आलोक श्रीवास्तव ने फांसी लगाकर जान दे दी थी।

◆2018 में फिरोजाबाद निवासी पीएचडी छात्र भीम सिंह ने फांसी लगाकर जान दे दी थी।

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