अंडर ग्राउंड स्टेशनो में टीवीएस सिस्टम लगाने का काम हुआ पूरा: अंडरग्राउंड स्टेशन के लिए फेफड़ों की तरह काम करता है टीवीएस सिस्टम

UPT | मेट्रो निर्माण कार्य

Jan 03, 2025 20:06

कानपुर मेट्रो निर्माण कार्य को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है।कानपुर मेट्रो ने कॉरिडोर-1 (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक पांचों अंडरग्राउंड स्टेशनों में टनल वेंटिलेशन सिस्टम (टीवीएस सिस्टम) इंस्टॉल करने का काम पूरा कर लिया है।

Kanpur News: कानपुर मेट्रो निर्माण कार्य को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है।कानपुर मेट्रो ने कॉरिडोर-1 (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत चुन्नीगंज से कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक पांचों अंडरग्राउंड स्टेशनों में टनल वेंटिलेशन सिस्टम (टीवीएस सिस्टम) इंस्टॉल करने का काम पूरा कर लिया है। अंडरग्राउंड सेक्शन में जमीन से लगभग 16 मीटर नीचे मेट्रो परिचालन के दौरान यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए टीवीएस सिस्टम की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस सिस्टम का जाल अंडरग्राउंड स्टेशन के सभी तलों, कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म से लेकर टनल्स तक फैला होता है। अंडरग्राउंड स्टेशनों के लगभग 30 प्रतिशत से भी अधिक हिस्से पर तकनीकी कक्षों में इस सिस्टम से जुड़े उपकरण जैसे टनल वेंटिलेशन फैन, ट्रैकवे एग्जॉस्ट फैन, डैम्पर्स आदि इंस्टॉल किए गए हैं।

फायर सेफ्टी के लिहाज से बेहद अहम

जानकारी के मुताबिक आग लगने जैसी दुर्घटना के दौरान टीवीएस सिस्टम के टनल वेंटिलेशन फैन्स धुएं की आवाजाही को नियंत्रित करते हैं, जिससे यात्रयों की सुरक्षित निकलने में मदद मिलती है। इसी तरह से ट्रैकवे एग्जॉस्ट फैन्स अंडरग्राउंड टनल में परिचालन के दौरान मेट्रो ट्रेनों के एयर कंडीशनर से निकलने वाली गर्म हवा और ब्रेक लगने के दौरान उत्पन्न गर्मी को कैप्चर कर प्लेटफॉर्म के वातावरण में मिश्रित होने से रोकने का काम करते हैं। इससे प्लेटफॉर्म और स्टेशन पर खड़े यात्रियों के लिए तापमान सामान्य बनाए रखने में मदद मिलती है।

टनल वेंटिलेशन सिस्टम के अन्य प्रमुख घटक निभाते है अपनी भूमिका

टनल वेंटिलेशन सिस्टम के अन्य प्रमुख घटक जैसे डैम्पर्स, साउंड एटेन्यूएटर और एयर हैंडलिंग यूनिट भी अलग-अलग भूमिका निभाते हैं। डैम्पर्स का प्रयोग टनल, शाफ्ट आदि के माध्यम से गुजर रहे हवा के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। टनल के अंदर ट्रेन के साथ आ रहे हवा के प्रेशर को दूसरे टनल की तरफ स्थानांतरित करने के लिए भी इनका प्रयोग किया जाता है। नोजल डैम्पर्स आपात स्थिति में हवा के प्रवाह को विशिष्ट दिशाओं में मोड़ने के लिए प्रयोग में आते हैं। साउंड एटेन्यूएटर का प्रयोग टनल वेंटिलेशन फैन्स से उत्पन्न हो रहे शोर को कम करने के लिए किया जाता है। एयर हैंडलिंग यूनिट या एएचयू गर्मियों के दौरान ट्रैकवे एग्जॉस्ट फैन से और सर्दियों में सीधे पर्यावरण से ताजी हवा एकत्र कर अंडरग्राउंड स्टेशन में प्रसारित करने का कार्य करता है।

प्रबंध निदेशक ने दी जानकारी

उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि, “कानपुर मेट्रो टीम ने सुरक्षित अंडरग्राउंड मेट्रो यात्रा सुनिश्चित करने की दिशा में सबसे अहम कड़ी, टनल वेंटिलेशन सिस्टम इंस्टॉल करने का काम आज पूरा कर लिया है। मोतीझील के बाद कानपुर सेंट्रल तक पांचो अंडरग्राउंड स्टेशन; चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल में यह सिस्टम इंस्टॉल कर दिया गया है। टीवीएस सिस्टम अंडरग्राउंड स्टेशन के लिए फेफड़ों की तरह काम करता है और आग लगने जैसी आपात परिस्थितियों में यात्रियों को सुरक्षित निकालने में इसकी सबसे अहम भूमिका होती है। टनल के अंदर ट्रेन के रूक जाने जैसी स्थिति में यह सिस्टम टनल के अंदर तापमान को सामान्य बनाए रख सकता है।  कानपुर मेट्रो की टीम ने इसके लिए लंबे समय से सुनियोजित प्रयास किए और सिविल निर्माण के साथ ही सिस्टम इंस्टॉलेशन के काम को भी आगे बढ़ाया। टीम के इस समर्पण और प्रतिबद्ध प्रयासों से हमें पूरी उम्मीद है कि जल्द ही आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक यात्री सेवा के विस्तार का सपना साकार होगा।‘

9 किमी लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर का चल रहा है कार्य

वर्तमान में, लगभग 24 किमी लंबे कॉरिडोर-1 बता दें कि (आईआईटी-नौबस्ता) के अंतर्गत कानपुर मेट्रो की यात्री सेवाएं 9 किमी लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर (आईआईटी-मोतीझील) पर चल रहीं हैं। कॉरिडोर-1 के बैलेंस सेक्शन यानी चुन्नीगंज से नौबस्ता तक चल रहे निर्माण कार्य के अलावा लगभग 8.60 किमी लंबे कॉरिडोर-2 (सीएसए-बर्रा 8) का निर्माण कार्य भी तेजी से बढ़ रहा है।

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