बिकरू कांड : विकास दुबे के पिता का निधन, अंतिम यात्रा में शामिल हुआ लोगों का हुजूम

UPT | विकास दुबे के पिता का निधन

Dec 31, 2024 18:46

कानपुर के कुख्यात अपराधी विकास दुबे के पिता, राम कुमार दुबे, का हाल ही में निधन हो गया। उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, जिससे यह स्पष्ट होता है कि दुबे परिवार का क्षेत्र में अभी भी प्रभाव है।

Short Highlights
  • विकास दुबे के पिता बेटी दामाद के साथ रह रहे थे, लंबे समय से बीमार होने की वजह से हुई मौत
  • रामकुमार दुबे ने आखिरी बार विकास दुबे का चेहरा देखने से इनकार कर दिया था
  • बिकरू कांड के बाद पूरी तरह से टूट गए थे रामकुमार दुबे
Kanpur News : यूपी के कानपुर में बिकरू हत्याकांड में मारे गए कुख्यात अपराधी विकास दुबे के पिता रामकुमार दुबे का सोमवार रात निधन हो गया। रामकुमार लंबे से समय से बीमार चल रहे थे। उनकी अंतिम यात्रा शिवली से निकलकर बिकरू गांव पहुंची। शव यात्रा में 500 से 700 लोग शामिल हुए। मंगलवार को शिवराजपुर के खेरेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। परिवार के लोगों के साथ ही ऋचा दुबे भी अंतिम संस्कार में शामिल हुईं।

बिकरू कांड के बाद रामकुमार कानपुर देहात स्थित शिवली कस्बे में बेटी-दामाद के घर चले गए थे। बेटी चंद्रप्रभा और दामाद के साथ रह रहे थे। बिकरू कांड के बाद रामकुमार पूरी तरह से टूट गए थे। पैरालिसिस अटैक के बाद उठने-बैठने में असमर्थ हो गए थे। नाती वेंकटेश ने बताया कि उम्र अधिक होने की वजह से बीमार रहते थे। सोमवार रात अंतिम सांस ली।

आठ पुलिस कर्मियों की हत्या 
कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने बीते 02 जुलाई 2020 की रात अपने गुर्गों के साथ मिलकर सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी। बिकरू कांड के बाद यूपी एसटीएफ ने विकास दुबे समेत 6 बदमाशों को एनकांउटर में मार गिराया था। इस मामले में 36 आरोपी जेल में बंद हैं। बिकरू कांड के बाद पुलिस प्रशासन ने विकास दुबे की कोठी पर बुलडोजर चला कर खंडहर में तब्दील कर दिया था। इसके साथ ही उसकी लग्जरी गाड़ियो और ट्रैक्टर को भी बर्बाद कर दिया गया था। 

अंतिम यात्रा उमड़ा लोगों का हुजूम 
बिकरू कांड का खौफ आज भी ग्रामीणों के जहन में ताजा हैं। बिकरू हत्याकांड पर आज भी ग्रामीण कुछ भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं होते हैं। विकास दुबे के पिता की शव यात्रा में पूरा गांव उमड़ पड़ा। इतनी बड़ी भीड़ इकठ्ठा होने की उम्मीद किसी ने नहीं की थी। बिकरू गांव के साथ ही शिवली से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल होने के लिए पहुंचे थे।

विकास दुबे को आखिरी बार देखने से इनकार कर दिया था 
विकास दुबे के पिता के निधन और उनकी अंतिम यात्रा में लोगों की भारी उपस्थिति ने एक बार फिर दुबे परिवार को सुर्खियों में ला दिया है, जिससे उनके सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव पर नई चर्चाएं शुरू हो गई हैं। विकास दुबे के पिता ने अपने पुत्र को आखिरी बार देखने से इनकार कर दिया था। विकास दुबे के अंतिम संस्कार में उनके पिता शामिल नहीं हुए थे। 

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