नए विभागों का प्रमुख उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ी विशिष्ट समस्याओं का निदान और उपचार करना है। निदेशक ने बताया कि उत्तर प्रदेश की आबादी में 40 प्रतिशत हिस्सा 18 साल तक की आयु वर्ग का है। ऐसे में इन विभागों का उद्देश्य बच्चों को विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करना है, जिसमें उनकी बीमारियों का गहन उपचार शामिल है।