भीषण आग : 24 घर जलकर राख, चार गैस सिलेंडर फटने से बड़ा नुकसान, जरूरी सामान और संपत्ति प्रभावित 

UPT | नया पुरवा गांव में लगी भीषण आग।

Nov 27, 2024 14:12

लखीमपुर खीरी के नया पुरवा गांव में आग लगने से 24 घर जलकर राख हो गए। अधिकांश ग्रामीण खेतों में काम कर रहे थे। चार गैस सिलेंडरों के फटने से आग ने विकराल रूप ले लिया, जिससे भारी नुकसान हुआ।

lakhimpur kheri News : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के मितौली कोतवाली क्षेत्र में स्थित नया पुरवा गांव में भीषण आग की घटना ने गांव को तबाह कर दिया। आग इतनी भयावह थी कि चार गैस सिलेंडरों के फटने से इसकी तीव्रता और बढ़ गई, जिससे 20 से 24 घर जलकर राख हो गए। इस हादसे में गांव के लोगों का भारी नुकसान हुआ है और राहत कार्य जारी है।



घटना के समय अधिकांश ग्रामीण खेतों में कर रहे थे काम 
यह हादसा लखीमपुर खीरी के मितौली ब्लॉक की ग्राम पंचायत ग्रंट इनायतचीफ के मजरा नयापुरवा में हुआ। घटना के समय अधिकांश ग्रामीण खेतों में काम कर रहे थे। जब उन्होंने अपने घरों से उठता धुआं देखा, तो भागकर पहुंचे, लेकिन तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी। चार गैस सिलेंडरों के फटने से आग और तेजी से फैली और देखते ही देखते पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया। 

आग से हुए नुकसान का विवरण 
इस हादसे में 24 परिवारों का सब कुछ जलकर राख हो गया। प्रभावित परिवारों का लगभग 2.5 लाख रुपये के जेवर, 1 लाख रुपये की नगदी, बाइक, चारा मशीन, सिलाई मशीन, साइकिल, सोलर पैनल, बैटरी, चार गैस सिलेंडर, टीन शेड, कुर्सी, अनाज समेत सभी जरूरी सामान नष्ट हो गया।

प्रभावित परिवारों में प्रमुख 
विनोद साहनी, राजेंद्र कुमार, चंद्रपाल, ध्रुव कुमार, रामकरण, मनोज कुमार्, धीरेंद्र कुमार, बद्री प्रसाद, शेषनाथ, अनूप कुमार और अन्य कई परिवार शामिल हैं। 

महत्वपूर्ण दस्तावेज भी हुए नष्ट
इस घटना में कई लोगों के महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जलकर नष्ट हो गए। स्नेहा चौहान के शैक्षिक दस्तावेज पूरी तरह से राख हो गए। ग्रामीणों के पास इतना समय भी नहीं था कि वे अपनी मूल्यवान वस्तुएं या दस्तावेज बचा पाते। 

प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। नायब तहसीलदार अखिलेश मौर्या, एसएचओ राजू राव, लेखपाल रमेश कुमार और कानूनगो प्रेम प्रकाश रस्तोगी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों के नुकसान का आकलन किया और शीघ्र राहत कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया।

अग्निशमन विभाग की प्रतिक्रिया
आग लगने की सूचना मिलने पर अग्निशमन विभाग की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। हालांकि, तब तक आग अपना काम कर चुकी थी और पूरा गांव राख के ढेर में तब्दील हो चुका था। अग्निशमन विभाग ने आग को फैलने से रोकने का प्रयास किया, लेकिन तब तक अधिकांश घर और सामान जल चुके थे।

राहत और पुनर्वास प्रयास
घटना के बाद प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिया है। प्रभावित परिवारों को अस्थायी आश्रय और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही, आर्थिक मदद और पुनर्वास के लिए स्थानीय प्रशासन योजना बना रहा है।

ग्रामीणों की स्थिति
इस हादसे के बाद गांव के लोग बेहद परेशान और निराश हैं। जिन परिवारों का सब कुछ नष्ट हो गया है, वे अब प्रशासन और समाज की सहायता की उम्मीद कर रहे हैं।

आग की घटनाओं से सतर्कता की जरूरत
यह घटना इस बात का संकेत देती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आग से सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। प्रशासन को चाहिए कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आग से बचाव के उपायों और जागरूकता अभियानों को बढ़ावा दे।

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