एके शर्मा का विपक्ष पर हमला : लखनऊ विवि में बोले- 'वन नेशन वन इलेक्शन' का विरोध करने की साजिश होगी नाकाम

UPT | नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा

Nov 16, 2024 20:25

लविवि में शनिवार को 'One Nation One Election: An Initiative for Good Governance' विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने इस दौरान 'वन नेशन वन इलेक्शन' को देश के विकास और सुशासन की दिशा में एक आवश्यक पहल बताया।

Lucknow News : लखनऊ विश्वविद्यालय में शनिवार को 'One Nation One Election: An Initiative for Good Governance' विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने इस दौरान 'वन नेशन वन इलेक्शन' को देश के विकास और सुशासन की दिशा में एक आवश्यक पहल बताया। उन्होंने विपक्षी दलों की 'वन नेशन वन इलेक्शन' का विरोध करने पर आलोचना की और कहा कि उनकी साजिश कभी सफल नहीं होगी। वह देश को गर्त में ले जाने की साजिश कर रहे हैं। लेकिन इसमें कभी सफल नहीं होंगे। उन्होंने लोगों से इस विषय पर जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया और जनता से इस पहल के समर्थन में अपनी राय बनाने की अपील की।

बार-बार के चुनाव से विकास में रुकावट
नगर विकास मंत्री ने इस मौके पर कहा कि बार-बार के चुनावों से देश में विकास कार्यों और जनकल्याणकारी नीतियों में रुकावटें आती हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अलग-अलग समय पर होने वाले चुनावों से आर्थिक नुकसान भी होता है और प्रशासनिक कार्य भी प्रभावित होते हैं। इससे केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों की कार्यशैली बाधित होती है।



आर्थिक लाभ और प्रशासनिक सुधार
मंत्री ने बताया कि 'वन नेशन वन इलेक्शन' से देश को आर्थिक रूप से भी लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि बार-बार के चुनावों के कारण चुनावी मशीनरी को चार महीने पहले से ही सक्रिय करना पड़ता है और लाभार्थी योजनाओं को रोकना पड़ता है। एकसमान चुनाव प्रणाली से प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाने में मदद मिलेगी।

स्थायी सरकार का महत्व
अपने अनुभवों का उल्लेख करते हुए नगर विकास मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया, तब से वे स्थायी सरकार और एकसमान चुनाव प्रणाली के समर्थक रहे हैं। उन्होंने बताया कि 1952 से 1967 तक देश में एक ही चुनावी प्रणाली थी, जिससे प्रशासन में स्थिरता आई थी। इस प्रणाली की वापसी से विकास की गति बढ़ेगी और आर्थिक स्थायित्व आएगा।

सेमिनार में विद्वानों की भागीदारी
सेमिनार में प्रमुख सचिव एल. वेंकटेश्वर लू, नेशनल यूनिवर्सिटी भोपाल के कुलपति प्रो. बलराज चौहान, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय, और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के प्रमुख प्रो. नंदलाल भारती समेत कई अन्य शिक्षाविद और विद्यार्थी उपस्थित थे। इस मौके पर 'एक राष्ट्र एक चुनाव: सुशासन के लिए एक पहल' विषय पर स्मारिका का विमोचन भी किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश हित में हमेशा निर्णय करते हैं और देश की समृद्धि व सुशासन के लिए केंद्रित रहते हैं। उनकी दूरदर्शिता ने धारा 370 हटाने जैसे बड़े फैसले भी लिए, जिसे सभी नागरिकों ने समर्थन दिया। इसी तरह, 'वन नेशन वन इलेक्शन' से भी देश में सुधार और विकास को बल मिलेगा।

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