यूपी में शीतलहर से बचने के लिए जनपदों को 20 करोड़ आवंटित : सीएम योगी बोले- जरूरतमंदों को मिले आवास, भोजन और वस्त्र

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

Nov 16, 2024 19:45

प्रदेशवासियों को सर्दी से राहत दिलाने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। ठंड से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सरकार ने विभिन्न जिलों को प्रारंभिक धनराशि आवंटित की है। लगभग 20 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है, जिसका उपयोग जरूरतमंदों के लिए कंबल वितरण और अलाव की व्यवस्था में किया जाएगा।

Lucknow News : सरकार ने प्रदेशवासियों को सर्दी से राहत दिलाने के लिए विशेष कदम उठाए हैं। ठंड से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सरकार ने विभिन्न जिलों को प्रारंभिक धनराशि आवंटित की है। लगभग 20 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है, जिसका उपयोग जरूरतमंदों के लिए कंबल वितरण और अलाव की व्यवस्था में किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियों और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वितरित किए जाने वाले कंबलों की गुणवत्ता सुनिश्चित हो और सहायता कार्यक्रम पारदर्शी तरीके से संचालित किया जाए।

प्रमुख जिलों को मिली सहायता राशि
गाजीपुर, बुलंदशहर और गोरखपुर जैसे जिलों को प्राथमिकता दी गई है। कुल 19.3 करोड़ रुपये की पहली किस्त में कंबल वितरण के लिए 17.55 करोड़ और अलाव के लिए 1.75 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इनमें से सबसे अधिक धनराशि 38.5 लाख रुपये गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी को दी गई है। सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि राहत कार्यों को शीघ्रता से पूरा किया जाए।



शीतलहर से बचाव के लिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे निराश्रित और कमजोर वर्ग के लोगों को समय पर मदद पहुंचाएं। शीतलहर से किसी भी व्यक्ति की जान न जाए, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है। रैन बसेरों और शेल्टर होम की स्थापना के साथ-साथ, उनके व्यवस्थापकों के नाम और संपर्क नंबर भी प्रदर्शित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सार्वजनिक स्थलों और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में अलाव जलाने की व्यवस्था की जा रही है।

सुरक्षा उपायों पर विशेष ध्यान
दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कोहरे के दौरान सड़कों पर सफेद थर्मोप्लास्टिक पट्टियां, रिफ्लेक्टर, और रेडियम साइन लगाने का काम तेज़ी से चल रहा है। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर रेडियम की पट्टियां लगवाने के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में राहत कार्यों की निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को औचक निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं। हर जरूरतमंद को समय पर मदद मिले और ठंड से होने वाली किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

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